- फैसला : BA, BSc व BCom स्टूडेंट 2 वर्ष में कर सकेंगे MCA
- इस वर्ष AICTE के बदले नियम RTU से संबद्ध 65 इंजीनियरिंग कॉलेजों में लागू होंगे
न्यूजवेव @ कोटा
किसी भी संकाय के स्नातक विद्यार्थियों के लिये खुशखबरी। नये शैक्षणिक सत्र 2020-21 से BA, BSc या B Com विद्यार्थी अब दो साल में MCA (मास्टर ऑफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन) की उपाधि ले सकेंगे। इससे पहले इन विद्यार्थियों को MCA तीन साल या छह सेमेस्टर में पूरा करना होता था।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.ए.गुप्ता ने बताया कि MCA कोर्स में बदलाव को सत्र 2020-21 में लागू करने के लिये प्रक्रिया शुुरू कर दी गई है। इसके लिये संबंधित डीन को आवश्यक निर्देश प्रदान कर दिये गये है। उन्होंने कहा कि अब तक सिर्फ बी.सी.ए कर चुके छात्रों के लिए यह अवधि दो साल थी। ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजुकेशन (AICTE) ने इस वर्ष विद्यार्थियों के हित में MCA कोर्स की अवधि संबंधी नियम बदल दिए हैं। इस फैसले से छात्रों को कम्प्यूटर में मास्टर डिग्री करने में एक साल की बचत होगी तथा उनके लिये जॉब के अवसर कई गुना बढ़ जायेंगे।
केवल ब्रिज कोर्स करना होगा
आरटीयू में अकादमिक डीन व कम्प्यूटर सेंटर के हेड डॉ.डी.के.पलवालिया ने बताया कि इस मास्टर डिग्री की अवधि एक वर्ष कम हो जाने से सामान्य स्नातक विद्यार्थी दो वर्ष में कम्प्यूटर व आईटी में दक्षता हासिल कर सकेंगे। नियमानुसार उन्हें एम.सी.ए करने के दौरान कम्प्यूटर नॉलेज आधारित ब्रिज कोर्स करने होंगे। एक तरहे से ये अनिवार्य ऑडिट कोर्स होंगे, जिनके अंक नहीं जुडेंगे। ब्रिज कोर्स का पाठ्यक्रम राज्य के तकनीकी विश्वविद्यालय ही तय करेंगे।
आईटी प्रोफेशनल बनने का अवसर
उन्होंने बताया कि एम.सी.ए की अवधि तीन वर्ष होने से BA, BCom व BSc ग्रेजुएट इसमें रूचि नहीं दिखा रहे थे। नये नियमों से एमसीए कॉलेजों में विद्यार्थियों के नामांकन अवश्य बढेंगे। सूचना तकनीक में मास्टर डिग्री करने वाले विद्यार्थियों को आई.टी. क्षेत्र की कंपनियों में जॉब के उंचे अवसर मिलेंगे।