Thursday, 12 December, 2024

कोटा में 2 लाख विद्यार्थी व नागरिक बनाएंगे योग का विश्व रिकाॅर्ड

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: रेजोनेंस व पतंजली योगपीठ द्वारा 19 से 21 जून तक तीन दिवसीय योग दिवस समारोह होगा। जिसमें स्वामी रामदेव सहित 2 लाख कोचिंग छात्र व नागरिक सामूहिक योग करेंगे।
न्यूजवेव कोटा
रेजोनेंस और पतंजलि योग पीठ, हरिद्वार के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) पर कोटा मे विराट योग दिवस समारोह होगा। योग गुरू स्वामी रामदेव के साथ दो लाख से अधिक कोचिंग विद्यार्थी एवं नागरिक इस कार्यक्रम में सामूहिक योग कर विश्व रिकाॅर्ड कायम करेंगे।

पतंजलि योग पीठ, हरिद्वार के केन्द्रीय प्रभारी डाॅ.जयदीप आर्य ने बताया कि एक ही स्थान पर एक साथ दो लाख से अधिक लोगों के सामूहिक योग करने का यह विराट कार्यक्रम दुनिया में शिक्षा नगरी को नई पहचान दिलाएगा।

डाॅ. आर्य ने बताया कि इस विराट आयोजन से पहले 19 जून से तीन दिवसीय योग शिविर आयोजित किया जाएगा, जिसमें लोकप्रिय योग गुरू स्वामी रामदेव स्वयं नागरिकों एवं विभिन्न राज्यों के कोचिंग विद्यार्थियों को योग सिखाएंगे, ताकि नियमित योगाभ्यास से विद्यार्थी एकाग्रचित्त और तनावरहित होकर प्रतियोगी प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकें।

चतुर्थ योग दिवस समारोह कोटा में
उन्होंने बताया कि यह चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह होगा। इससे पहले पिछले तीन वर्षों में दिल्ली, चंडीगढ़ और अहमदाबाद में 21 जून को एतिहासिक आयोजन किए गए। कोटा के इस मेगा योग शिविर में सर्वाधिक संख्या का विश्व रिकाॅर्ड कायम होगा। इतना ही नही, समारोह से कई व्यक्तिगत और सामूहिक विश्व रिकाॅर्ड बनेंगे, जिन्हें दर्ज करने के लिए ‘गिनीज बुक आॅॅफ वल्र्ड रिकार्ड’ की टीम कोटा आएगी।

मई से 500 योग क्लासेस लगेंगी
डाॅ.आर्य ने कहा कि योग एक चिकित्सा पद्धति है। ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से विश्व की कई समस्याओं का समाधान योग द्वारा संभव है। योग मनुष्य को रोग से बचाता है और उसकी मनोदशा को बदलता है। रेजोनेंस ने यहां कोचिंग के लिए देशभर से आने वाले विद्यार्थियों की एकाग्रता बढ़ाने और उनमे तनाव दूर करने की सोच के साथ इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी ली है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से एक महीने पहले यहां 500 योग क्लासेज शुरू की जाएंगी। यह कार्यक्रम लोगों के जीवन का अंग बन जाए, ऐसा प्रयास किया जाएगा।

पतंजली के 5 हजार सन्यासी योग सिखाएंगें
उन्होंने बताया कि पतंजलि अब कम्पनी से ट्रस्ट बनने जा रहा है। जिसका समस्त लाभ विभिन्न सेवा कार्यों के लिए चैरिटी में खर्च होता है। पतंजलि ने देश-विदेश मे कार्य करने के लिए 5 हजार संन्यासी तैयार करने की योजना बनाई, जिसके पहले चरण में 51 संन्यासी और 41 संन्यासिनों को दीक्षा दी जा चुकी है।

आयुर्वेद को चिकित्सा पद्धति का दर्जा मिले
डाॅ. आर्य ने बताया कि दुनिया में अब तक आयुर्वेदिक औषधियों की फूड सप्लीमेंट के रूप में पहचान रही लेकिन पतंजलि ने आयुर्वेद को चिकित्सा पद्धति के रूप में मान्यता दिलाने का संकल्प किया है। इसके लिए वैज्ञानिक तरीके से आयुर्वेद को लिपिबद्ध किया जा रहा है।
रेजोनेंस के संस्थापक व प्रबंध निदेशक श्री आर के वर्मा ने कहा कि इस अनूठेे कार्यक्रम से कोटा में कोचिंग के लिए आने वाले देशभर के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे, इसलिए रेजोनेंस ने इस कार्यक्रम में पहल की है।

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