वार्षिक समारोह – आईएमए,कोटा के वार्षिक उत्सव में नेशनल प्रेसीडेंट डॉ.रवि वानखेडेकर ने नए बिल की शर्तों पर विरोध जताया।
न्यूजवेव, कोटा
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.रवि वानखेडेकर ने कहा कि केद्र सरकार मेडिकल काउसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के स्थान पर प्रस्तावित नेशनल मेडिकल कमीशन बिल (एनएमसीआई,2017) लागू करना चाहती है, जिसकी शर्तें देश के डॉक्टर्स के हित में नहीं है। इसी मुद्दे को लेकर आईएमए 25 मार्च को नईदिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में देशभर के 10 हजार डॉक्टर्स की महापंचायत आयोजित करने जा रही है।
आईएमए कोटा के वार्षिक उत्सव समारोह में उन्होंने कहा कि नया बिल पारित होने पर एमबीबीएस डॉक्टर्स को एक ओर कॉमन ऐंट्रेंस एग्जाम व लाइसेंस के लिए नीट पास करना अनिवार्य हो जाएगा। सरकार देश में मेढिकल एजुकेशन को रेगुलराइज करने के लिए एनएमसीआई लागू करना चाहती है।
दूसरा पहलू यह है कि बिल लागू होने के बाद कोई भी आयूष डॉक्टर 6 माह का एक्जिट एग्जाम देकर एमबीबीएस डॉक्टर के समकक्ष हो जाएगा। ऐसे में एमबीबीएस के लिए 5 वर्ष तक पढाई करने का कोई औवित्य नहीं रह जाएगा।
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि नया बिल उन सरकारी अधिकारियों ने बनाया है, जो खुद डॉक्टर नहीं है या मेडिकल प्रोफेशन की जानकारी नहीं रखते हैं। देश के डॉक्टर्स से उनका पक्ष तक नहीं पूछा गयां।
क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट बिल लागू करने की तैयारी
डॉ. वानखेडेकर ने कहा कि एक और प्रस्तावित क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट बिल में कई शर्तें गलत हैं। नया बिल लागू होने पर एमबीबीएस डॉक्टर कोई छोटा क्लिनिक या अस्पताल नहीं चला पाएंगे। उन्हें बड़े अस्पतालों की तरह नियमों की पालना करनी होगी, जो संभव नहीं है। वे ज्यादा खर्च नहीं उठा पाए तो उनके अस्पताल बंद हो जाएंगेे। उन्हें प्राइवेट अस्पतालों में नौकरी करनी पड़ेगी।
आईएमए के सचिव डॉ.अमित यादव ने बताया कि समारोह में विशिष्ट अतिथि आईएमए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. डीआर राय, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गिरीश वर्मा, स्टेट वाइस प्रेसिडेंट डॉ. दीपेंद्र शर्मा, स्टेट सचिव गोपाल सिंह भाटी रहे।
आईएमए बायोवेस्ट प्लांट लगाएगा
आईएमए कोटा के अध्यक्ष डॉ.जसवंत सिंह ने कहा कि आईएमए हाल का रिनोवेशन किया गया है। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। आईएमए शहर में पीपी मोड पर एक बायोवेस्ट प्लांट लगाना चाहता है जिसमें शहर के सभी अस्पतालों का बायोवेस्ट कचरा लिया जाए। इसके लिए नगर निगम से अनुमति के प्रयास किए जा रहे हैं।
उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 12 विशेषज्ञ सम्मानित
आईएमए कोटा के भव्य समारोह में शहर में उल्लेखनीय सेवाएं देने वाले 12 डॉक्टर्स का सम्मान किया गया। इनमें अस्थि रोग विभाग द्वारा बोन बैंक बनाने के लिए एमबीएस अस्पताल के विभागाध्यक्ष डॉ.अशोक तिवारी, एपीआई अध्यक्ष डॉ. केके पारीक, एसपीआई के डीन डॉ. गिरीश माथूर, वाकोथॉन के सफल आयोजन पर डॉ. साकेत गोयल, साइंस मेले के लिए डॉ. प्रतिभा जायसवाल, पौधारोपण के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने वाली डॉ.अंशू सरदाना एवं डॉ.गुलाब कंवर, दहेज लोभी दूल्हे को घर लौटाने वाली डॉ राशि सक्सेना, डायबिटिक फूड्स पर डॉ. केजी दायमा के अलावा विशिष्ट सेवाओं के लिए डॉ.विजय सरदाना, डॉ. दीपेंद्र शर्मा, आर.के तंवर, डॉ.दुर्गाशंकर सैनी, डॉ.अमित गोयल, डॉ.नीलू माथूर, डॉ. प्रकाश मोहिनी भार्गव, डॉ. सुरभि गोयल, डॉ.एनएफ गनवाला व आईएमए की कार्यकारिणी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर डॉ. रामसिंह, डॉ.वीरेंद्र क्षेत्रपाल, डॉ. एसके गोयल, डॉ.एनके शर्मा सहित वरिष्ठ डॉक्टर्स एवं रेजीडेन्ट्स मौजूद रहे।
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