न्यूजवेव, जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन समयबद्ध तरीके से सही तरह से आगे बढ़ता रहा तो राजस्थान के किसानों की आय भी साल 2022 तक दोगुनी हो जायेगी। फिलहाल सरकार इस लक्ष्य को लेकर कदम आगे बढ़ा रही है। इसी कवायद में राजस्थान के किसानों को आय दोगुनी करने के टिप्स दिए जायेंगें। पीएम मोदी के मिशन को पूरा करने के लिए ये ‘क्लास’ 16 मार्च को आयोजित होगी जिसमें राजस्थान से बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहेंगें।
दरअसल, किसानों को पिछले चार साल के दौरान कृषि के क्षेत्र में हुई प्रगति और आधुनिक तकनीक की जानकारी देने के लिए राष्ट्रीय स्तर का कृषि उन्नति मेला 16 से 18 मार्च तक भारतीय कृषि अनुसंधान परिसर पूसा में आयोजित होगा। इस मेले का मुख्य विषय ‘2022 तक किसानों की आय दोगुनी’ करना है।
कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कृषि क्षेत्र में पिछले चार साल के दौरान हुई प्रगति की झलक इस मेले में मिल सकेगी। मेले में राजस्थान के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से एक लाख से अधिक किसानों के हिस्सा लेने की संभावना है।
ये दी जाएंगी जानकारियां
मेले में करीब 800 स्टाल लगाए जायेंगें, जिनमें कृषि लागत में कमी, फसलों का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करना, जोखिम प्रबंधन तथा कृषि से संबंधित गतिविधियों की जानकारी दी जायेगी। स्टालों पर केले के रेशे का उपयोग, मशरुम उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट की तैयारी, कृषि वानिकी और बांस से कलात्मक और उपयोगी वस्तुओ को तैयार करने की कला प्रदर्शन किया जाएगा।
जैविक खेती पर मिलेंगे टिप्स
मेले में जैविक कृषि को लेकर 200 स्टॉल लगाए जायेंगे। इनमें प्राकृतिक खेती, ईको खेती, जूस आधारित खेती, होमा खेती, मून आधारित खेती और वैदिक खेती का प्रदर्शन किया जाएगा। मेले में पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन और बागवानी को लेकर भी नवीनतम जानकारी दी जायेगी।
कई संस्थान लेंगें हिस्सा
मेले में कृषि विज्ञान केन्द्र, राज्यों के कृषि विश्वविद्यालय राज्यों के कृषि विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से संबंधित संस्थान और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान हिस्सा लेंगे। इस दौरान सूक्ष्म सिंचाई विधि वेस्ट वाटर यूटिलाइजेशन तथा पशुपालन का लाइव प्रदर्शन भी किया जायेगा।
तीन दिन के इस मेले के दौरान अलग-अलग विषय पर संगोष्ठी और सम्मेलन आयोजित किये जायेंगें। मेले में कपड़ा मंत्रालय, खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय और पूर्वोत्तर राज्यों के स्टॉल भी होंगे।