टाइगर रिजर्व को पर्यटन के अन्तर्राष्ट्रीय नक्शे पा लाने के लिए कार्ययोजना
न्यूजवेव@ नई दिल्ली
मुकंदरा नेशनल टाइगर रिजर्व में तीन बाघों की आकस्मिक मृत्यु हो जाने से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसे गंभीरता से लेते हुये लोकसभा चैम्बर में एनटीएसई और राजस्थान वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि मुकंदरा नया टाइगर रिजर्व है, इसमें बाघों की मौत हो जाना चिंताजनक है। उन्होंने एक टीम भेजकर बाघों की सुरक्षा एवं विकास की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये।
बिरला के निर्देश पर एनटीसीए की एक उच्च स्तरीय टीम जल्द ही मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व का दौरा कर बाघों की मृत्यु की जांच के साथ मुकुंदरा में पर्यटन के विकास की संभावनाओं का अध्ययन करेगी। यह टीम दो माह में अपनी रिपोर्ट देगी। बैठक के बाद एनटीसीए के प्रोजेक्ट टाइगर के अतिरिक्त महानिदेशक एसके यादव ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष के निर्देश पर 7 दिन में टीम गठित कर दी जाएगी। टीम के विशेषज्ञ सदस्य कोटा जाकर सम्पूर्ण परिस्थितियों का बारीकी से अध्ययन करेंगे। वे टाइगर रिजर्व के अधिकारियों तथा स्थानीय विशेषज्ञों से भी चर्चा करेंगे।
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को पर्यटन के अन्तर्राष्ट्रीय मानचित्र पर लाने के लिये टाइगर रिजर्व को विकसित करने, बाघों के लिए अनुकूल वातावरण बनाने, वन क्षेत्र के विस्तार, शाकाहारी मवेशियों की संख्या बढ़ाने आदि का टीम आंकलन करेगी। बैठक में राजस्थान के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर भी मौजूद रहे।
मुकंदरा में जल्द सफारी शुरू करने की योजना
एनटीसीए टीम के रिपोर्ट मिलने पर मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के विकास की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसमें राज्य और केंद्र की एजंेसियां मिलकर काम करेंगी। जल और जंगल मुकुंदरा के आकर्षण को कई गुना बढायेंगे। बाघों को संरक्षित करते हुए यहां जल्द ही सफारी प्रारंभ हो जिससे पर्यटन के माध्यम से रोजगार तथा क्षेत्र के विकास को गति मिल सके।
-ओम बिरला, लोकसभा अध्यक्ष