मुख्यमंत्री ने कोटा के सरकारी अस्पतालों में मरीजों के रिकाॅडर््स को डिजिटल करने की पहल को सराहा। इससे पूरे राज्य में मरीजों की हेल्थ प्रोफाइल डिजिटल होगी।
कोटा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने डिजिफेस्ट-2017 में कहा कि राज्य में शासन व जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए स्टार्टअप व औंत्रप्रिन्योर साथ काम कर सकते हैं। उन्होंने मेडकाॅर्ड्स को हेल्थकेअर में नई तकनीक बताते हुए कहा कि इसे पूरे राज्य में सरकारी अस्पतालों में इसे लागू किया जाए ताकि प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में लाखों मरीजों को रिकाॅर्ड सुरक्षित रह सके और उन्हें मोबाइल के जरिए अच्छे चिकित्सकों से सस्ता व सही इलाज समय पर मिल सके।
सीएम ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा एवं जिला कलक्टर रोहित गुप्ता से कहा कि कोटा के दो युवाओं द्वारा नवाचार पर तैयार किए गए इस प्रोजेक्ट को पूरे राज्य में लागू किया जाए। उन्होंने कोटा की सरकारी डिस्पेंसरियों मंे मेडकाॅर्ड्स हेल्थकेअर से रिकाॅर्ड डिजिटल व सुरक्षित करने के लिए जिला कलक्टर व जनप्रतिनिधियों की सराहना की। सांसद ओम बिरला ने कहा कि इस सुविधा से कोटा के हजारों मरीजों को बहुत राहत मिली। इसे जल्द ही मेडिकल काॅलेज, एमबीएस व जेके लोन अस्पताल में भी प्रारंभ किया जाएगा।
सीईओ श्रेयांस मेहता व निखिल बाहेती ने बताया कि झालावाड़ मेडिकल काॅलेज में मेडकाॅर्ड्स से डिजिटलीकरण करने के पश्चात् सांसद दुष्यंत सिंह ने 24 अगस्त को उन्हें झालावाड़ बुलाया ताकि पूरे जिले में यह सुविधा गांव-गांव तक पहुंच सके।
इंडिया की लाइब्रेरी कोटा में
सीएम वसंुधरा राजे ने देश के 840 से अधिक युवाओं के लाइव प्रोजेक्ट्स व स्टार्टअप देखकर कहा कि यंग जनरेशन में वह हुनर, काबिलियत और उर्जा है जिसके दम पर वे देश-प्रदेश को दुनिया में बुलंदियों तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सस्ती किताबें उपलब्ध करवाने के लिए स्टार्टअप ‘कोटा इंडिया रीड्स डाॅट काॅम’ का अवलोकन कर कहा कि इससे इससे ग्रामीण क्षेत्रों तक विद्यार्थियों को अच्छी पुस्तकों से क्वालिटी एजुकेशन मिल सकेगी। महंगी किताबें खरीदना ग्रामीण व निम्न वर्ग के विद्यार्थियों के लिए संभव नहीं है, ऐसे में यह सुविधा पूुरे राज्य में लागू की जाएगी। आज की शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा में यह जरूरी है हर वर्ग के विद्यार्थियों को सस्ती दरों पर क्वालिटी बुक्स पढ़ने को मिले।
सीईओ श्रेयांस मेहता ने बताया कि इसे अगले माह से देश में सबसे पहले कोटा में चालू किया जाएगा। मात्र 20 रू.शुल्क देकर विद्यार्थी लाइफ टाइम मेंबर बनेंगे। उसे स्मार्टकार्ड भी दिया जाएगा, जिससे वह मनचाही बुक्स मात्र 10 प्रतिशत शुल्क पर पढ़ सकेगा। यह सुविधा नर्सरी से यूनिवर्सिटी लेवल तक के विद्यार्थियों के लिए उपलब्घ रहेगी। ‘इंडिया रीड्स डाॅट काॅम’ में इस समय देश-विदेश से सभी श्रेणी की 2.35 लाख किताबें उपलब्ध हैं।