भव्य लोकार्पण: 1150 फीट लंबा सिंगल स्पाॅन तथा 410 फीट उंची केबल बनी मुख्य आकर्षण। शहर की बाहरी सीमा से गुजरेंगे भारी वाहन।
कोटा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उदयपुर के खेलगांव परिसर से देश के 1.4 किमी लम्बे सिंगल केबल चंबल हैंगिंग ब्रिज का भव्य लोकार्पण किया। मेगा स्क्रीन पर इसका सीधा प्रसारण देखने के लिए ब्रिज पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। मोदी ने कोटा के नागरिकों से सीधी बातचीत की। सांसद ओम बिरला, जनप्रतिधिनियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने 6 लेन राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित ब्रिज पर महायज्ञ,ं चंबल की महाआरती व धार्मिक अनुष्ठान कर आवागमन चालू करवाया। रात्रि में उत्सवी रोशनी से शहरवासियों में दीपावली जैसा उल्लास दिखा। लोग वाहनों से ब्रिज पर पहुंचकर परिवार के साथ सेल्फी लेते रहे।
हैंगिंग ब्रिज की प्रारंभिक लोड टेस्टिंग रिपोर्ट में आपŸिायां उठने के बाद एनएचएआई अधिकारियों ने 48 घंटे पूर्व इस पर भारी वाहनों यातायात चालू करवाया तथा निरंतर लोड टेस्टिंग की माॅनिटरिंग की। ट्रायल रन के दौरान बड़ी संख्या में नागरिकों ने मध्यरात्रि तक ब्रिज पर पहुंचकर फोटोग्राफी का लुत्फ उठाया।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुपम गुप्ता के अनुसार, चंबल हैंगिंग ब्रिज पोरबंदर से सिल्चर तक 7 राज्यों को जोड़ने वाले ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर का प्रमुख सेतु है। 1150 फीट लंबे सिंगल स्पाॅन से बने ब्रिज की 410 फीट उंची केबल से निर्मित ब्रिज की लम्बाई 1.40 किमी तथा चैड़ाई 30 मीटर है। 80 केबलों पर टिके ब्रिज में सबसे उंची केबल 192 मीटर तथा सबसे छोटी केबल 41 मीटर की है। इसके निर्माण में 8 देशों भारत, फ्रांस, अमेरिका, डेनमार्क, दक्षिण कोरिया, इटली, जापान व यूक्रेन के तकनीकी विशेषज्ञों की सेवाएं ली गईं। 6 लेन के नेशनल हाईवे पर 1.6 मीटर फुटपाथ बनाया गया है, जिस पर लोगों की भीड़ जमा रही।
5,610 करोड़ से विकसित हुए 12 एनएच
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को उदयपुर के खेलगांव परिसर में राज्य से गुजरने वाले 12 नेशनल हाईवे के प्रमुख प्रोजेक्ट तथ 48 अन्य एनएच के सड़क सुरक्षा कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने कोटा मे ं278 करोड़ से निर्मित चंबल नदी सिंगल केबल आधारित ब्रिज, एनएच-8 पर उदयपुर में 1129 करोड़ से बने 4-लेन गोमती चैराहा तथा भीलवाड़ा में 1360 करोड़ से निर्मित 4 लेन राजसमंद-भीलवाड़ा एनएच-759 को चालू किया। समारोह में पीएम मोदी ने 10 विभिन्न नेशनल हाईवे पर 7,812 करोड़ की लागत से होने वाले उन्नयन कार्यों के लिए भूमि पूजन किया। इस मौके पर राज्यपाल श्री कल्याण सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, सीआर चैधरी, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पीपी चैधरी तथा राज्य के वरिष्ठ मंत्री, सांसद एवं विधायक मौजूद रहे।
देरी से 64.14 करोड़ रू.लागत बढ़ी
9 वर्ष पूर्व राज्य सरकार ने 2007 में चंबल नदी पर सिंगल केबल ब्रिज बनाने के लिए विदेशी कंपनियों से 213.53 करोड़ रूपए का अनुबंध किया था, तब इसकी निर्माण अवधि 40 माह तय की गई थी लेकिन निर्माण के दौरान 24 दिसंबर, 2009 को अचानक हादसा हो जाने से 48 श्रमिकों की मौत हो गई थी तथा निर्माण में 4 वर्ष की देरी हो जाने से ब्रिज की प्रोजेक्ट लागत बढ़कर 277.67 करोड़ रूपए हो गई। कुल मिलाकर ब्रिज की लागत में 64.14 करोड़ रूपए का अतिरिक्त भार पड़ा।
सड़क दुर्घटनाओं से मिलेगी राहत
लंबे इंतजार के बाद हैंगिंग ब्रिज चालू हो जाने से कोटा, बूंदी, बारां व झालावाड़ जिले के नागरिकों में उत्साह की लहर दौड़ गई। एनएच-12 तथा एचएन-72 के भारी वाहनों का आवागमन शहर के भीतरी मार्गों पर होने से पिछले कुछ वर्षों से सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ गई थी। लेकिन अब भारी वाहनों का शहर के भीतर प्रवेश नहीं होने से सड़क हादसे थम जाएंगे। जयपुर से बारां, चिŸाौड़-उदयपुर से बारां-झालावाड़ तथा जयपुर से जबलपुर जाने वाले वाहनों को कोटा शहर में होकर नहीं जाना पड़ेगा। भारी वाहन हैंगिंग ब्रिज से बाईपास होकर निकलेंगे। यातायात में दूरी घट जाने से समय की बहुत बचत होगी।