Wednesday, 16 April, 2025

डॉक्टर्स एवं स्वास्थ्यकर्मियों के लिए AKTU ने बनाया नया सुरक्षा कवच

रिसर्च :वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर द्वारा एक वेंटिलेटर से चार लोगों को वेंटिलेटर सुविधा प्रदान की जा सकती है।

आशुतोष कुमार सिंह
न्यूजवेव @ नई दिल्ली
कोरोना वायरस के संक्रमण की आपात स्थिति से निपटने के लिए भारतीय शोधकर्ताओं ने ‘वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर’ एवं ‘थ्री-डी प्रिंटेड फेस शील्ड’ तैयार की है। देशभर के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा और मरीजों को उपचार मुहैया कराने के लिये इन दोनों उत्पादों का निर्माण बहुत उपयोगी साबित होगा। दोनों उत्पादों को लखनऊ स्थित डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) और SGPGI के शोधकर्ताओं ने मिलकर तैयार किया है।

3-D Printed Face Shield

कोरोना वायरस जैसे आपदा के दौर में डॉक्टर्स एवं चिकित्सा सेवाओं में 24 घंटे सेवायें दे रहे कर्मचारियों की स्वास्थ्य सुरक्षा चुनौतीपूर्ण होती जा रही है। ऐसे में एकेटीयू का नया अनुसंधान नई उम्मीद लेकर आया है। भारत में चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर सरकार सुरक्षित पोशाक उपकरण बनाने के लिए प्रयासरत है। इसे देखते हुए AKTU की यह रिसर्च कोरोना से लड़ने में भारत को और मजबूत कर सकती है।
वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर

आज कोरोना के मरीज विभिन्न राज्यों में तेजी से बढते जा रहे हैं, ऐसे में भारत को वेंटिलेटर एवं फेस शील्ड की बड़े पैमाने पर जरूरत पड़ सकती है। वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर द्वारा एक वेंटिलेटर से चार लोगों को वेंटिलेटर की सुविधा प्रदान की जा सकती है। वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर को टेस्ट करने के लिये SGPGI भेजा गया है। वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर एवं थ्री-डी प्रिंटेड फेस शील्ड को AKTU परिसर में स्थित थ्री-डी प्रिंटिंग लैब में तैयार किया गया है। इनके उत्पादन में AKTU द्वारा बायोडिग्रेडेबल (PLA) मैटेरियल का उपयोग किया जा रहा है। डॉक्टर्स के साथ कोरोना से अग्रिम पंक्ति में रहकर लड़ने वाले प्रत्येक सेवाकर्मी के लिए यह थ्री-डी प्रिंटेड फेस शील्ड सुरक्षा कवच बन सकता है।
चिकित्सा व पुलिस कर्मियों के लिये थ्री-डी फेस शील्ड 

VC Prof.Vinay Kumar Pathak

डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU) के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बताया कि यूनिवर्सिटी की थ्री-डी प्रिंटिंग लैब में जरूरत पड़ने पर बड़े पैमाने वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर एवं थ्री-डी प्रिंटेड फेस शील्ड का उत्पादन किया जा सकता है। यह थ्री-डी प्रिंटेड फेस शील्ड डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ, पुलिसकर्मियों एवं अन्य आवश्यक सेवाओं के कर्मियों को सुरक्षित रखने में सहायक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरे देश में वेंटिलेटर्स की आपूर्ति एक चुनौती है। ऐसे में यह स्प्लिटर एडाप्टर वेंटिलेटर की क्षमता बढ़ाने में वरदान सिद्ध हो सकता है। आज पूरी दुनिया में वेंटिलेटर की कमी को लेकर आवाजें उठ रही है ऐसे में AKTU द्वारा निर्मित वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर से कोरोना से लड़ने की ताकत मिली है। भारत की इस उपलब्धि को और विस्तारित करने की जरूरत है ताकि कोविड-19 से निबटने में सहूलियत हो सके। (इंडिया साइंस वायर)

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