पहले दिन शहर के एक दर्जन मुक्तिधामों में सफाई की
न्यूजवेव@कोटा
स्वच्छ भारत अभियान केे तहत ‘स्वच्छ कोटा-स्वस्थ कोटा’ मुुहिम में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट द्वारा शुरू की गई एलन स्वच्छता ब्रिगेड की स्थापना को 26 दिसम्बर को दो वर्ष पूरे हो गए। इस अवसर पर स्वच्छ मुक्तिधाम अभियान शुरू किया गया। एलन निदेशक राजेश माहेश्वरी ने एलन स्वच्छता ब्रिगेड को हरी झंडी दिखाकर शुरू किया। उन्होंने स्वच्छताकर्मियों को बधाई दी और कहा कि अच्छा लगता है जब शहरवासी एलन स्वच्छता ब्रिगेड की तारीफ करते हैं, हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग निवेदन करें और उनकी समस्याओं का समाधान इसी तरह कम से कम समय में स्वच्छता ब्रिगेड द्वारा किया जाए।
इसके बाद 9 टीमें बनाकर शहर के मुक्तिधामों की सफाई का कार्य के लिए स्वच्छताकर्मी रवाना हुए। एलन द्वारा शहर का सर्वे करवाकर 26 मुक्तिधामों को स्वच्छता के लिए चुना। इसमें से करीब एक दर्जन मुक्ति धामों में सफाई की गई। मुक्तिधामों में कचरा हटाया गया, पूरे मुक्तिधामों में सफाई की गई। यहां उगी हुई अनावश्यक झाड़ियों को हटाया गया। इसके साथ ही मुक्तिधाम परिसर के आस-पास के स्थान, एप्रोच रोड तक को साफ किया गया। स्वच्छता ब्रिगेड द्वारा मुक्तिधामों की सफाई के बाद स्वरूप् ही बदला हुआ नजर आया। कई जगह निर्माण सामग्री और पत्थर पड़े हुए थे, इन्हें भी हटाया गया। शेष मुक्तिधामों की सफाई का कार्य आगे जारी रहेगा।
पहले दिन यहां हुई सफाई
पहले दिन किशोरपुरा मुक्तिधाम, आर.के.पुरम, शिवपुरा, कुन्हाड़ी, दुर्गानगर सकतपुरा, नान्ता, बोरखेड़ा, कोटड़ी, बड़गांव, गणेशपाल, तेलघर व पुरोहित जी की टापरी स्टेशन मुक्तिधाम में एलन स्वच्छता ब्रिगेड द्वारा सफाई की गई। इसके लिए 9 टीमें बनाई गई, जिसमें 150 सदस्य शामिल हैं। इसके साथ ही संस्था के ही टिपर, डम्पर व अन्य संसाधन भी लगे हुए हैं।
99% शिकायतों का त्वरित समाधान
उल्लेखनीय है कि बीते दो वर्षों में स्वच्छता ब्रिगेड द्वारा वाट्सअप नम्बर 90010-99107 के जरिए स्वच्छता कार्य किए गए। इन दो वर्षों में 3589 स्वच्छता निवेदन प्राप्त हुए, इसमें से 3578 यानी 99 प्रतिशत निवेदनों का निवारण 24 घंटे से भी कम समय में किया गया। पिछले दिनों कोटा में भीषण बाढ़ त्रासदी के वक्त भी स्वच्छता ब्रिगेड ने अपना दायित्व निभाया। इसके अलावा अस्पतालों एवं भामाशाह कृषि उपज मंडी में भी ब्रिगेड की ओर से स्वच्छता मुहिम चलाई गई। शहर के ऐसे इलाके जो वर्षों से गंदगी में तब्दील थे, स्वच्छता ब्रिगेड ने अपनी मेहनत से उनका स्वरूप निखारा है।