न्यूजवेव @ नई दिल्ली
दिवाथर्व विकास फाउंडेशन की संस्थापक व निदेशक सुश्री अनिता चौहान 17 से 19 जून तक जकार्ता, इंडोनेशिया में आयोजित आईएफटीडीओ (IFTDO) के 51वें विश्व सम्मेलन में संगठन का प्रतिनिधित्व करेंगी। सम्मेलन की थीम ‘‘डिजिटल युग में लोगों और अनुकूलनशील संगठनों का भविष्य’ है।
सुश्री चौहान ने बताया कि इससे पहले उन्होंने मिश्र में आईएफटीडीओ के स्वर्ण जयंती सम्मेलन में ‘‘द एरा ऑफ द लर्न्ड फ्यूचरिस्टः एनसिएंट विजडम फॉर मॉडर्न चैलेंजेज‘‘ नामक शोध-पत्र प्रस्तुत किया था। वे आईएसटीडी (ISTD) की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
उन्होंने बताया कि 51वीं आईएफटीडीओ कॉन्फेंस के रणनीतिक भागीदार के रूप में दिवाथर्व विकास फाउंडेशन प्रशिक्षण, विकास और संगठनात्मक अनुकूलन पर वैश्विक संवाद में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। वे फाउंडेशन की नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति समर्पण को रेखांकित करती है। उन्होने श्रीमद भागवत गीता और रामचरितमानस के श्लोकों के माध्यम से भारतीय ज्ञान परंपरा को अंतरराट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया है, जिसमें भारत के वसुधैव कुटुम्बकम और रिटर्न ऑन एसोसिएशन की अवधारणा को वैश्विक मंचों पर स्वीकार्यता मिली है।