खुद यह पता करना होगा कि हमारा इंट्रेस्ट किस विषय में अधिक है
न्यूजवेव @ कोटा
कॅरिअर पॉइंट द्वारा कक्षा 10 से 12वीं पास तक विद्यार्थियों के लिए सीपी ऑडिटोरियम में लाइफ चेंजिंग इवेंट आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता कॅरिअर पॉइंट के निदेशक प्रमोद माहेश्वरी ने विद्यार्थियों को जीवन में सफल होने के विशेष मंत्र दिये।
उन्होनें कहा कि हमारे लिए सफलता के मायने अलग-अलग हो सकते है परन्तु जीवन में पैसा, नाम, शोहरत, कॅरिअर में सुरक्षा, सुखी जीवन आदि मुख्य बिन्दु है जिनके आधार पर हम सफलता को नाप सकते है। कॅरिअर के मामले में हमें खुद यह पता करना होगा कि हमारा इंट्रेस्ट किस विषय में अधिक है। यदि हमारी गणित अच्छी है तो हमें इंजीनियरिंग की तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि जिन्दगी में सफलता के लिये कठोर परिश्रम के अलावा कोई शार्टकट नहीं है। यदि हमें किसी भी कम्पीटीशन में या एग्जाम में सफल होना है तो हमें हार्डवर्क करना ही पडेगा।
उन्होंने कहा कि अक्सर पेरेंट्स कहते है कि बच्चा बहुत मेहनत करता है लेकिन सलेक्ट नहीं हो पाता इसका मुख्य कारण है, कि विद्यार्थी वास्तव में कॉम्पिटीटिव एग्जाम को समझ ही नहीं पाते कि उसका पैटर्न क्या है
विद्यार्थियों को निम्न टिप्स दिये –
1. कम्पिटीशन एग्जाम डिफिकल्ट नहीं है, बल्कि डिफरेंट है। स्कूल के एग्जाम की तरह नही है।
2. अपनी रूचि के अनुसार सब्जेक्ट का चुनाव करें न कि बाहरी दबाव में।
3. आज के कॉम्पिटेटिव माहौल को देखते हुए कम्पिटीशन एग्जाम की तैयारी जितनी जल्दी शुरू करोगे उतने सफल होने के चांस अधिक रहेगें।
4. ऐसे कोचिंग संस्थान का चुनाव करें जो आपकों सकारात्मक, प्रतिस्पर्धी और मोटिवेटेड माहौल उपलब्ध करा सकें।
5. क्लासरूम में विद्यार्थी रफ नोट्स बनाते है और घर आकर फेयर करते है जिससे सिर्फ समय की बर्बादी होती है, बल्कि क्लासरूम में नोट्स बनाते समय हमेशा रजिस्ट्रर में बायां पेज खाली रखें और सिर्फ दायें पेज पर ही लिखेे, ताकि रिविजन के समय या घर पर पढ़ते समय महत्वपूर्ण बिन्दु बायें पेज पर लिख सकें। इससे विद्यार्थियों का कॉफी समय बचेगा, जो कि प्रश्नों को हल करने में उपयोग किया जा सकता है
6. घर पर पढ़ाई के अनुकूल माहौल बनाये जैसे हमेशा टेबल-कुर्सी पर पढ़ाई करें, अपना कमरा साफ-सुथरा रखे, याद रखें पलंग सिर्फ सोने के लिये है। टेबल पर फालतू वस्तुऐं न रखें
7. सेल्फ डिसीप्लीन एवं इच्छा शक्ति को बढ़ाये ‘‘करना है तो करना है’’ की धारणा रखें।
सप्ताह में कम से कम टाइम बाउंड प्रैक्टिस करने की आदत डालें जैसा सोचा है कि 30 मिनट में 5 से 7 प्रश्न हल करने हैं। इससे आपकी स्पीड और एक्यूरेसी बढ़ेगी। धीरे धीरे 7 से 10 और 10 से 15 पर आयें।
8. टाइम की बर्बादी को कम करना ही टाइम मैनेजमेंट है। कार्यो की लिस्ट बनायें और प्राथमिकता कि आधार पर काम करें। शीघ्र एवं महत्वपूर्ण काम को सबसे पहले करें, कम महत्वपूर्ण काम को छोड़ दे।
9. हमेशा सकारात्मक सोचे और नकारात्मक सोचने वालों का साथ छोड़ दें।
10.् जीवन में सफलता केवल असामान्य काम करने वाले लोगों को ही मिलती है। जैसे – रात को देर तक जागना, कडी मेहनत करना, हिम्मत नहीं हारना, दृढ़ इच्छा शक्ति रखना आदि असामान्य आदतें है।
साढ़े छः मंत्र खत्म करने के बाद उन्होंने कहा कि 6.5 मंत्र तो हमारे पास है जो हमने आप को दिये है परन्तु ये आधे मंत्र के बिना अधुरा है। वो आधा मंत्र विद्यार्थी स्वंय है जिसके बिना सब कुछ बेकार है। विद्यार्थियों को ये सब कुछ अपने जीवन में उतार ने पड़ेगें, तभी सफलता निश्चित है।