कॅरिअर पाॅइंट में रिपीटर्स विद्यार्थियों के टारगेट कोर्स की फीस मात्र 34 हजार, देशभर के विद्यार्थियों व अभिभावकों ने इसे सराहा
न्यूजवेव@कोटा
शिक्षा नगरी में कॅरिअर पाॅइंट कोचिंग संस्थान ने 30वें स्थापना दिवस के अवसर पर ‘कोचिंग हर विद्यार्थी के लिये’ मुहिम के अंतर्गत फैकल्टी एवं स्टाफ सदस्यों ने साूमहिक शपथ ली कि नये सत्र से कोटा में आने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को उचित फीस पर क्वालिटी क्लासरूम कोचिंग देंगे और उसे बिना सलेक्शन खाली हाथ घर नहीं लौटने देंगे।
निदेशक आईआईटीयन प्रमोद माहेश्वरी ने बताया कि 21 जून,1993 में उन्होंने कोटा में कॅरिअर पाॅइंट कोचिग संस्थान की शुरूआत की थी, उस समय विद्यार्थियों की कोचिंग फीस मात्र 1500 रूपये थीे। लेकिन समय के साथ एजुकेशन सिटी में कोचिंग संस्थानों की संख्या एवं विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि होने से आज 30 वर्षों में कोचिंग फीस भी कितने गुना बढ़ चुकी है।
माहेश्वरी ने कहा कि सच्चाई यह है कि कोरोना महामारी के बाद लाखों अभिभावकों की आय आधी रह गई है, जिसके कारण कक्षा-11वीं एवं 12वीं पास रिपीटर्स विद्यार्थी इतनी महंगी कोचिंग लेने में सक्षम नहीं है। उन्होंने 2 से 3 वर्ष तक विभिन्न कोचिंग संस्थानों में महंगी फीस देकर जेईई अथवा नीट प्रवेश परीक्षा की तैयारी की लेकिन उनका सलेक्शन नहीं हो सका। विद्यार्थियों के बीच हुये एक सर्वे में यह बात उभर कर सामने आई कि बढ़ती कोचिंग फीस को कम किया जाये, जिससे सभी वर्गो के विद्यार्थी कोटा आकर अपना सपना सच कर सके। कॅरिअर पाॅइंट की इस मुहिम का देशभर के विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने स्वागत किया है।
ताकि सफलता का कारवां निरंतर जारी रहे
कॅरिअर पाॅइंट ने अपने स्थापना दिवस पर विद्यार्थियों को अनुभवी फैकल्टी के माध्यम से स्तरीय कोचिंग देने के लिये एक व्यापक मूहिम प्रारंभ करने का निर्णय लिया। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यार्थी की क्लासरूम कोचिंग फीस की वास्तविक गणना करके उन्होंने यह स्पष्ट किया कि अनुभवी फैकल्टी द्वारा 70-70 विद्यार्थियों के तीन बैच को पढ़ाने पर प्रत्येक विद्यार्थी का आकदमिक खर्च लगभग 34 हजार रू ही आता है, जिसमें स्टडी मैटेरियल भी शामिल है। कोचिंग विद्यार्थियों को फीस पर जीएसटी में छूट नहीं मिलने से प्रत्येक विद्यार्थी को 6 हजार रू टैक्स और देना है। उन्होंने चालू सत्र से प्रथम चरण में रिपीटर्स विद्यार्थियों के लिये टारगेट कोर्स प्रारंभ करने की घोषणा की है। इस मुहिम मंे प्रत्येक विद्यार्थी यह प्रतिज्ञा करेंगे कि जेईई अथवा नीट में चयनित होकर भविष्य में आईआईटीयन, इंजीनियर या डाॅक्टर बनने पर वे किसी अन्य गरीब विद्यार्थी को कोचिंग दिलाने में आर्थिक मदद करेंगे जिससे यह सफलता का कारवां निरंतर जारी रह सके।
टारगेट कोर्स की जानकारी मिलने में बडी संख्या में बाहरी राज्यों के गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारों के मेधावी विद्यार्थी कॅरिअर पाॅइंट के नये बैच में प्रवेश ले रहे हैं। माहेश्वरी ने कहा कि सभी कोचिंग संस्थान प्रतिबद्धता के साथ प्रत्येक विद्यार्थी को उचित फीस पर क्वालिटी कोचिंग देने का प्रयास करें, जिससे एजुकेशन हब में विद्यार्थी तनावमुक्त होकर पढाई कर सकें तथा लगातार 2-3 वर्ष कोचिंग लेने के बाद आर्थिक कारणों से मानसिक अवसाद से ग्रसित नहीं हों।