Friday, 4 October, 2024

देश के आदिवासी क्षेत्रों में गरीब विद्यार्थियों को शिक्षा के अवसर मिलें

आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव पर केंद्रीय आदिवासी मंत्रालय द्वारा विशेषज्ञों एवं शिक्षाविदों की वेबिनार
न्यूजवेव @ कोटा

भारत सरकार के आदिवासी मंत्रालय ने सभी राज्यों में आदिवासी क्षेत्रों के पिछडे़ वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर राष्ट्रीय वेबीनार आयोजित की।
वेबीनार में मुख्य वक्ता केंद्रीय शिक्षा मत्रालय के सहायक सचिव IAS जतिन किशोर, केरल हाउस के आयुक्त IAS सौरभ जैन, खनन मंत्रालय के सहायक सचिव IAS रौनक अग्रवाल, ग्रामीण विकास मंत्रालय की सहायक सचिव IAS सुरूचि सिंह, सिविज जज न्यायमूर्ति अभितेष कुमार, केंद्रीय सचिवालय के सहायक निदेशक IES अंशुमान कमिला, ई-सरल पढो इंडिया कोटा के निदेशक सारांश गुप्ता,एम्स गोरखपुर की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ पारूल सिंह, एम्स, दिल्ली के सीनियर रेजीडेंट डॉ. एश्वर्य राठौड़, NESTS के उपायुक्त अमित साहू ने आजादी के 75वें अमृत महोत्सव में देश के आदिवासी क्षेत्रों में पिछले वर्ग के गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण स्कूली एवं उच्च शिक्षा दिलाने के लिये उपयोगी सुझाव दिये।


कोटा से ई-सरल पढो इंडिया मूवमेंट के निदेशक आईआईटीयन सारांश गुप्ता ने कहा कि वे विभिन्न राज्यों के आदिवासी क्षेत्रों के 20 हजार से अधिक स्कूली विद्यार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से कॅरिअर काउसंलिंग, सही शिक्षा के लिये गाइडेंस एवं मोटिवेशन दे चुके हैं। पढ़ो इंडिया मूवमेंट के माध्यम से सुदूर गांवों के बच्चों को घर बैठे अनुभवी शिक्षकों द्वारा रियायती शुल्क पर जेईई-मेन, जेईई-एडवांस्ड एवं नीट-यूजी प्रवेश परीक्षाओं की ऑनलाइन कोचिंग दी जा रही है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावन विद्यार्थियों में आत्मविश्वास जागृत हुआ है। शिक्षाविदों ने कहा कि भारत के नवनिर्माण में आईआईटी, एनआईटी एवं मेडिकल कॉलेजों सहित अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत गरीब आदिवासी विद्यार्थियों का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा।

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