प्रधानमंत्री ने सप्तपदी के जरिये देश की जनता को दिया कोरोना को हराने का विजयी मंत्र
न्यूजवेव @ नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ‘देश के नाम संदेश’ में कहा कि 130 करोड़ जनता ने लॉकडाउन के बंधनों में 21 दिन तक बहुत संयम का परिचय दिया है। ’We the People of India’ यही तो हमारी ताकत हैं। हर नागरिक देश की खातिर एक अनुशासित सिपाही की तरह अपना कर्तव्य निभा रहा है। इसी हॉलिस्टिक एप्रोच से हमने कोरोना वायरस के फैलने से काफी हद तक रोका है।
कोरोना के खिलाफ इस लडाई में हमारी आगे की रणनीति क्या हो? इस पर सभी राज्यों से चर्चा व सुझाव लेकर हम देश में 3 मई तक लॉकडाउन को बढ़ा रहे हैं। जब देश में 550 पॉजिटिव केस थे, तभी हमने 21 दिन के सम्पूर्ण लॉकडाउन का कदम उठा लिया था। पिछले डेढ़ माह में दुनिया के विकसित देशों में भारत से 25-30 प्रतिशत मामले ज्यादा बढ़ रहे हैं।
फिलहाल हम संभल गए हैं लेकिन आगे हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। अगले 7 दिन सभी राज्यों में हर कस्बे, थाने व जिला स्तर पर कठोरता से मूल्यांकन किया जायेगा। हमें नये हॉट स्पॉट नहीं बनने देना है। जो क्षेत्र इस अग्नि परीक्षा में सफल होंगे। नये हॉट स्पॉट नहीं बनेंगे, वहां 20 अप्रैल से आवश्यक गतिविधियों को सशर्त अनुमति दी जायेगी। हालांकि अब घर से बाहर निकलने के नियम और सख्त होंगे।
15 अप्रैल से नई गाइडलाइन लागू
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21 दिन के सम्पूर्ण लॉकडाउन के बाद 15 अप्रैल से 3 मई तक के लिये नई गाइडलाइन जारी की जायेगी। इसमें दिहाडी मजदूरों व किसानों का विशेष ध्यान रखा जायेगा। कई राज्यों में रबी की फसलों की कटाई जारी है। किसानों को अपना माल बेचने में कोई परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जायेगा। देश में दवा से लेकर राशन सामग्री तक पर्याप्त भंडार हैं, इन दिनों सप्लाई चेन की बाधायें दूर करने के लिये तेजी से प्रयास हो रहेे हैं।
भारत के युवा वैज्ञानिक कोरोना वैक्सीन खोजें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि देश के युवा वैज्ञानिक रिसर्च करके कोरोना वायरस के वैक्सीन की खोज में जुट जायें। देश में इस समय कोरोना टेस्ट के लिये 600 लैबोरेट्री हैं। 600 अस्पताल सिर्फ कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज कर रहे हैं। सीमित संसाधन होने के बावजूद भारत एक लाख बिस्तरों की व्यवस्था कर चुका है। जबकि डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 10 हजार रोगियों पर 1600 बेड होने चाहिये।
सप्तपदी – इन सात बातों में चाहिये आपका साथ
- परिवार में बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। खासतौर से जिनको कोई बीमारी हो।
- लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंस की लक्ष्मण रेखा नहीं लांघे। घर में बने मास्क पहने।
- इम्यूनिटी मजबूत करने के लिये आयूष मंत्रालय के सुझावों पर अमल करें। गरम पानी, काड़ा आदि सेवन करें।
- आरोग्य सेतु एप अवश्य डाउनलोड कर लें।
- जितना संभव हो, गरीबों को भोजन करवायें।
- व्यवसाय या उद्योग में काम करने वाले मजदूरों को काम से नहीं निकालें।
- कोरोना वारियर्स- डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी, पुलिस आदि को सहयोग करके उनका गौरव बढायें।