Wednesday, 16 April, 2025

कोटा में एम पावर फाउंडेशन सेंटर पर छात्रों को मिलेगी मेंटल हैल्थ केयर सुविधा

मिशन: कोटा के हर स्टूडेंट को क्वालिटी मेंटल हेल्थ केयर मिले

न्यूजवेव@ कोटा

आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट की सहयोगी संस्था एम पावर ने छात्रों में बढ़ रही मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से एजुकेशन सिटी कोटा में तलवंडी कॉमर्स कॉलेज के सामने एम पावर फाउंडेशन सेंटर का शुभारंभ किया है।
एम पावर की नेशनल प्रेसिडेंट सुश्री परवीन शेख ने बताया कि सेंटर का शुभारंभ अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर अनिल कुमार सिंघल ने किया। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्व रखता है जितना शारीरिक स्वास्थ्य। एक स्वस्थ मस्तिष्क उज्जवल भविष्य की नींव रखता है। किसी भी छात्र को अपने संघर्षों के दौर में अकेला महसूस नहीं करना चाहिए। उसके लिये मदद हमेशा उपलब्ध है। हमें अपने युवाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए कि वे सहायता लें। अपनी भविष्य की मंजिल को आगे बढाएं।
एम पावर सेंटर की प्रेसीडेंट सुश्री परवीन शेख ने कहा कि हमारा मिशन यह सुनिश्चित करना है कि कोटा के हर स्टूडेंट को क्वालिटी मेंटल हेल्थ केयर मिले। फाउंडेशन के माध्यम से हम छात्रों को मानसिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेंगे। युवा पीढ़ी में मानसिक स्वास्थ्य संकट एक मौन महामारी है। यदि हम समय रहते सही हस्तक्षेप, सपोर्ट सिस्टम और क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करें, तो हम एक सशक्त पीढ़ी तैयार कर सकते हैं, जो किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम होगी।
मेंटल हेल्थ केयर के लिये प्रारंभिक स्क्रीनिंग

उन्होनें पत्रकारों से कहा कि कोटा में हमारा यह प्रयास मेंटल हेल्थ केयर के महत्व को पुनः स्थापित करता है। यह न केवल व्यक्तिगत कल्याण के लिए है बल्कि एक मजबूत और स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए भी लाभदायक है। यह संस्था सरकारी गाइडलाइंस के मुताबिक छात्रों के लिए एक किफायती और सुलभ मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रणाली प्रदान कर रही है। विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जो कंपीटीटिव एग्जाम्स की तैयारी कर रहे हैं। पिछले वर्ष से, कोटा में एमपावर द्वारा मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यशालाएँ, काउंसलिंग सत्र और प्रारंभिक स्क्रीनिंग कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं।
69 फीसदी छात्र तनाव के शिकार
एमपावर द्वारा 2072 छात्रों पर किए गए एक सर्वेक्षण में चिंताजनक तथ्य सामने आए। जिसमें 69 प्रतिशत छात्र अक्सर तनाव, 56.5 प्रतिशत अवसादग्रस्त लक्षणों, 64 प्रतिशत आत्मविश्वास की कमी, 73.1 प्रतिशत खुद को बेकार महसूस करते हैं, 35 प्रतिशत खुश रहना कठिन मानते हैं। 43 प्रतिशत दैनिक गतिविधियों का आनंद नहीं ले पाते। 42 प्रतिशत कठिनाइयों का सामना करने में असमर्थ महसूस करते हैं। 33 प्रतिशत निर्णय लेने में असमर्थ हैं, 36 प्रतिशत पिछले वर्ष में नींद से जुड़ी समस्याओं का सामना कर चुके हैं। हालांकि ये आंकड़े चिंताजनक हैं, फिर भी केवल 10 प्रतिशत से कम छात्र प्रोफेशनल हेल्प लेते हैं। वजह सामाजिक तिरस्कार, सांस्कृतिक धारणाएँ और जागरूकता की कमी है। ये निष्कर्ष बताते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए एक ठोस और तनाव मुक्त रणनीति की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए, एमपावर द फाउंडेशन ने कोटा में एक समर्पित केंद्र स्थापित किया है, जहां किफायती मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध होंगी।
विशेषज्ञ काउंसलिंग थेरेपी मिलेगी
यह केंद्र विशेषज्ञ काउंसलिंग, थेरेपी और बहुआयामी मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करेगा, ताकि कोई भी छात्र बिना मदद के न रहे। इसके अलावा, एमपावर की ऑनलाइन काउंसलिंग सेवाएँ पूरे राजस्थान में भी उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कोप क्लब भी शुरू किए गए हैं। इन क्लबों के सदस्य मेंटल हेल्थ फर्स्ट एड का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इससे वे शुरुआती लक्षण पहचानने, साथियों की मदद करने और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बातचीत करने में सक्षम होंगे।

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