नदबई के एक सरकारी डॉक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के आंकडों की पोल खोली
न्यूजवेव@ भरतपुर
भरतपुर की सांसद रंजीता कोली ने 24 मई सोमवार को नदबई स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सांसद कोली को सरकारी अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पवन गुप्ता ने कोरोना महामारी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सरकारी आंकडों की पोल खोल दी।
सांसद रंजीता कोली और डॉ. पवन गुप्ता की बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसे सुनकर आम जनता में राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की किरकिरी हुई। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कप्तान सिंह को इस वीडियो के वायरल होने की सूचना मिली तो स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत डॉ. पवन को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया। सरकारी चिकित्सक पर आरोप है कि उन्होंने राज्य सरकार की छवि को खराब करने का प्रयास किया है।
कोरोना जांच नहीं होने से मामला उठा
सांसद रंजीता कोली नदबई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंची थी। इस दौरान एक मरीज ने सांसद से कहा कि उसकी कोरोना जांच नहीं हो रही है। इसके बाद सांसद रंजीता कोली ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पवन गुप्ता से सैंपलिंग के बाबत सवाल किया। डॉ. गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर कोरोना की सैंपलिंग कम कर दी है। सांसद रंजीता कोली ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव रोगियों के सही आंकड़े क्यों छिपाए जा रहे हैं। इस पर चिकित्सक ने कहा कि जब ज्यादा केस आते हैं तो निर्देश मिलते हैं कि सैंपलिंग कम कर दो।
सांसद रंजीता कोली ने कहा कि महामारी के आंकड़े छिपाकर राज्य सरकार प्रदेश की आम जनता के साथ खिलवाड़ कर रही है। स्थिति इतनी संवेदनशील है कि कोरोना गांव-गांव तक फैल गया तो इस पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा।
डॉक्टर को मिला-कारण बताओ नोटिस
संसद रंजीता कोली एवं डॉ. पवन गुप्ता की इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सम्पूर्ण प्रदेश में खलबली मच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. पवन गुप्ता को सरकार की छवि खराब करने के लिए कारण बताओ नोटिस दिया है।
कोरोना केस ज्यादा आये तो सैंपलिंग कम कर दो
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