Sunday, 8 June, 2025

देश पर संकट के समय शब्दों में संयम व गंभीरता हो-सुनीलआम्बेकर

देवर्षि नारद जयंती : विश्व संवाद केंद्र चितौड़ प्रांत कोटा द्वारा 6 पत्रकार सम्मानित

न्यूजवेव @ कोटा

विश्व संवाद केन्द्र चित्तौड़ प्रांत कोटा द्वारा देवर्षि नारद जयंती के अवसर पर रविवार को श्रीनाथपुरम स्थित शिव ज्योति कॉन्वेंट स्कूल सभागार में प्रांत स्तरीय पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसमें 14 जिलों से विभिन्न श्रेणियों में चयनित 6 पत्रकारों को 11-11 हजार रू नकद पुरस्कार व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आम्बेकर ने कहा कि देवर्षि नारद पत्रकारिता में भारतीय परंपरा के आदर्श पर्याय बने। आज समाज अपने आसपास और दुनिया में क्या हो रहा है, यह जानने के लिये उत्सुक रहता है। जनता को सही सूचना, सही समय पर सही जगह तक पहुंचाना पत्रकारों के लिेये सबसे बड़ी चुनौती है। हम अपनी उद्देश्यपरक सूचनाओं से पाठक की प्रवृत्ति को सकारात्मक बना सकते हैं। पत्रकार जो लिख रहे हैं, नारदजी की तरह उसकी गहराई में जायें। आज विधा के साथ तकनीकी स्किल भी जुड़ गया है।

उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सेना ने आक्रमण की सटीक क्षमता से दुनिया के सामने भारत का गौरव बढ़ाया है। देश पर संकट के समय हम क्या दिखायें, क्या नहीं दिखायें, इस मुद्दे पर राष्ट्रहित में पूरी गंभीरता रखनी होगी। हम देशहित के विरूद्ध कोई जानकारी नहीं दें। घटनाओं को बढ़ा चढ़ाकर प्रस्तुत नहीं करें। समाचारों में जानकारी को परिष्कृत किया जाये। समाज में विद्वेष न फैले, इसके लिये सोशल मीडिया पर सही जानकारी देखने के बाद ही आगे बढें।

आम्बेकर ने कहा कि अभी देश में उत्साह, गर्व और स्वाभिमान का वातावरण है। यही वातावरण सभी क्षेत्रों में देश को आगे बढ़ायेगा। देश में एकता व सद्भाव बनाये रखने के लिये पत्रकारिता की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। नये भारत के निर्माण में हमें पुरानी संस्कृति एवं विरासत को आम सहमति से जोडकर आगे बढना है। क्योंकि आम सहमति से ही लोक जागरण होता है। राम मंदिर बनने से पूर्व 40 वर्ष तक लोक जागरण जारी रहा। आज भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिये सहमति बनाने का कार्य संघ कर रहा है। देश में भाषा को लेकर विवाद नहीं हों सभी विकसित देश अपनी भाषा से आगे बढ़ रहे हैं। हमारे समाज में इतना विश्वास पैदा हो जिससे हम अपनी भाषा को ओर समृद्ध बना सकें। नये भारत के निर्माण में नई तकनीक के साथ भारतीय संस्कृति का समावेश भी हो।

भारतीय पत्रकारिता नैतिकता पर टिकी


मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त श्री राजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस दौर में पत्रकारिता के सामने चुनौतियां ज्यादा हैं। जर्नलिज्म नॉलेज और विश्लेषण पर आधारित है। समाज की दशा और दिशा पर लिखकर हम जनमत बनाते हैं। समाचारों में नेगेटिव सूचनाओं के साथ अच्छाई को भी सामने लाकर हम रिफॉर्म कर सकते हैं। आज के समाचार पत्र सीएसआर के तहत जनहित में कई उपयोगी अभियान चलाकर सामाजिक उत्तरदायित्व निभा रहे हैं। अन्य देशों की तुलना में भारतीय पत्रकारिता आज भी नैतिकता पर टिकी है।
वीएमओयू में पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रो. सुबोध कुमार ने कहा कि आज के डिजिटल युग में पत्रकारों को पल-पल की ताजा जानकारी देनी होती है। सोशल मीडिया पर अधिकांश कंटेंट कचरे की तरह आगे बढ़ता रहता है। इसलिये प्रिंट मीडिया की जिम्मेदारी बड़ी होती है। प्रिंट मीडिया में छपे शब्दों का महत्व बना रहता है, इसलिये शब्दों का चयन सावधानी से करें। शिव ज्योति एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन महेश गुप्ता ने समारोह की अध्यक्षता की। कोटा विभाग प्रचार प्रमुख चंद्रशेखर साहू ने बताया कि आवेदन करने वाले सभी प्रतिभागी पत्रकारों को ई-प्रशस्ति पत्र भेजकर सम्मानित किया जायेगा।

इनको मिला देवर्षि नारद पत्रकार सम्मान


विश्व संवाद केन्द्र चित्तौड़ प्रांत के सचिव श्री प्रवीण कोटिया ने बताया कि सम्मान समारोह में 14 जिलों से 6 श्रेणियों में चयनित पत्रकारों को 11 हजार नकद पुरस्कार, प्रतीक चिन्ह व उपरना पहनाकर सम्मानित किया। इनमें अजमेर के फोटो जर्नलिस्ट हिमांशु शर्मा, उत्कृष्ट स्तंभकार विवेक वैष्णव, प्रिंट मीडिया में पत्रकार क्रिश जायसवाल, डिजिटल मीडिया में पत्रकार मनीष गौतम, कोटा, महिला सरोकार में कृतिका शाह एवं कंटेंट क्रिएटर (यूट्यूब) में इटावा के प्रवीण मीणा को पुरूस्कृत किया गया। समारोह में कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़़ा, ब्यावर, प्रतापगढ़ व सलूम्बर जिले के पत्रकार शामिल हुये।

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