लघु उद्योग भारती कोटा ईकाई द्वारा GST के नए प्रावधानों पर सेमिनार
न्यूजवेव@ कोटा
केंद्र सरकार द्वारा 1 अक्टूबर,2022 से लागू जीएसटी के नये संशोधन से व्यापारियों की परेशानियां और बढ़ गई हैं। अब उन्हें जीएसटी टैक्स क्रेडिट का इनपुट मिलना और कठिन हो गया है। लघु उद्योग भारती की कोटा ईकाई द्वारा शनिवार को पुरूषार्थ भवन में GST के नये प्रावधानों पर आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता सीए इंस्टीट्यूट के नेशनल ट्रेनर (GST) सीए देवेंद्र कटारिया ने यह बात कही।
सीए कटारिया ने बताया कि 1 अक्टूबर से लागू GST के नये आईटीसी (Input Tax Credit) संशोधन के बाद विक्रेता की गलतियां का खामियाजा क्रेता अर्थात व्यापारी को ही भुगतना पडे़गा। जीएसटी आर-1 एवं 3 बी में यदि विक्रय की अलग-अलग सूचना दी गई तो समस्त क्रेताओं को इनपुट क्रेडिट नहीं मिलेगा। इसी तरह, यदि विक्रेता ने सही समय पर रिटर्न दाखिल नहीं किया तो उस माह की क्रेडिट उसे नहीं मिलेगी। सेमिनार में कर विशेषज्ञों ने ई-इनवाइस के संभावित बढते दायरे पर भी चर्चा की।
लघु उद्योग भारती कोटा के अध्यक्ष सीए महेश गुप्ता एवं सचिव आशुतोष जैन ने बताया कि सेमिनार में मुख्य अतिथि वरिष्ठ कर सलाहकार एम.एल.पाटौदी एवं विशिष्ट अतिथि उद्यमी गोविंदराम मित्तल रहे। कार्यक्रम समन्वयक सौरभ जैन ने बताया कि इस अवसर पर शहर के कई उद्यमी, व्यवसायी एवं चाटर्ड अकाउंटेट्स उपस्थित रहे। कोषाध्यक्ष संदीप जांगीड ने सबका आभार जताया।