अलर्ट: सीबीएसई की शिकायत पर कार्रवाई, नीट की काउंसिलंग से पूर्व अभिभावक कंसलटेंसी एजेंसियों के कॉल से सतर्क रहें।
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 6 मई को हुई मेडिकल की सबसे बडी प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी,2018 में धांधली करने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सीबीएसई का मानना है कि देश में दलालों के नेटवर्क के जरिए नीट परीक्षा में हेराफेरी कर कुछ तत्व अपने अभ्यर्थियों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिला देते हैं।
सीबीएसई निदेशक संयम भारद्वाज ने सीबीआई को लिखित शिकायत में कहा कि कुछ दलालों ने विद्यार्थियों को देशभर में विभिन्न गवर्नमेंट व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन दिलाने के लिए नीट परीक्षा पास कराने में मदद की। भारद्वाज ने शिकायत में धांधली के लिए चार आरोपियों- मोहित कुमार उर्फ मौहित चौधरी, मनोज कुमार सिक्का, आरती तोमर और अश्विनी तोमर के नाम गिनाए है।
शिकायत दर्ज करने के बाद सीबीआई ने तत्काल देशभर में 6 संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की और चार आरोपियों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी मोहित कुमार उत्तर प्रदेश के खुर्जा का निवासी है, मनोज कुमार सिक्का पंजाब के लुधियाना में प्रवेश परीक्षा के लिए कंसल्टेंसी एजेंसी चलाता है जबकि आरती तोमर व अश्विनी तोमर दिल्ली में आकृति एजुकेशन नाम से कंसल्टेंसी एजेंसी चलाते हैं।
शिकायत के अनुसार, चारों आरोपी मिलकर नीट-यूजी में अपने अभ्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का लालच देकर मोटी रकम एडवांस में वसूलते थे। सीबीएसई के निदेशक का आरोप है कि मोहित अभ्यर्थियों और उनके परिजनों को नीट प्रवेश परीक्षा के जरिए मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने का भरोसा देकर फंसाता था। वह अभ्यर्थियों को देशभर के चुनींदा गवर्नमेंट व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में सीट दिलाने का वादा करता था। इस कार्य को अंजाम देने के लिए वे अवैध और अनुचित साधनों का इस्तेमाल करते थे।
सीबीएसई सूत्रों का कहना है कि ऐसा करके वे लाखों अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं, जो प्रवेश परीक्षा के लिए 2 से 3 वर्ष तक कडी मेहनत व लगन से तैयारी करते हैं।
सीबीएसई निदेशक ने माना कि इस तरह के अवैध कृत्यों से सीबीएसई की परीक्षा प्रणाली व साख प्रभावित हुई है।
13.26 लाख विद्यार्थियों का भविष्य तय करेगी नीट परीक्षा
याद दिला दें कि इस वर्ष सर्वाधिक 13,26,725 परीक्षार्थियों नेे नीट-यूजी पेपर दिया। जिसमें 7.76 लाख छात्राएं व 5.80 लाख छात्र शामिल हैं। 621 विदेशी व 1842 एनआरआई स्टूडेंट्स ने भी नीट पेपर दिया है। सीबीएसई द्वारा 5 जून को इसका रिजल्ट घोषित करने की घोषणा की गई है। लेेकिन मौजूदा घटनाक्रम से इस मामले में नाटकीय मोड़ आ गया है। धांधली के इस मामले से नीट के लिए कडी से मेहनत करने वाले लाखों परीक्षार्थी एवं उनके अभिभावक चिंतित हैं।