एसीबी द्वारा में घूसखोरों के खिलाफ जमकर कार्रवाई
न्यूजवेव @ कोटा
राजस्थान में वर्ष 2020 में एसीबी द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए डीजी बीएल सोनी, एडीजी दिनेश एमएन ने अपील कि है कि आपसे कोई रिश्वत मांगता है तो तत्काल 1064 पर शिकायत करें ।राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने 2020 में घूसखोरों पर जमकर कार्रवाई की। 365 दिनों में एसीबी ने पूरे प्रदेश में 351 घूसखोरों को रंगे हाथों ट्रैप किया। जिसमें अजमेर महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के कुलपति प्रोफेसर आरपी सिंह से लेकर बारां जिले के कलेक्टर आईएएस इंद्रसिंह राव और उनके पीए महावीर प्रसाद नागर तक को जेल पहुंचाया।
वहीं, खुद ACB ने सवाईमाधोपुर में अपने ही चौकी के प्रभारी एडिशनल एसपी भैंरुलाल मीणा, एडिशनल एसपी सत्यपाल मिड्ढा, एएसपी राजेंद्र त्यागी सहित 57 मुकदमे पुलिस के खिलाफ दर्ज किए। इनमें डीएसपी अमृत जीनगर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। वर्ष 2020 में रिश्वतखोरी के 56 प्रकरणों में विभिन्न न्यायालयों द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत कुल 71 आरोपियों को सजा सुनाई गई। जिनमें 61 लोक सेवकों एवं 10 प्राईवेट व्यक्ति (दलाल) हैं। इनमें जिन लोक सेवकों को सजा मिली। उनमें 6 राजपत्रित अधिकारी एवं 55 अराजपत्रित कर्मचारी हैं। इस तरह घूसखोरों को सजा का प्रतिशत 52.83 रहा।
2020 में 253 केस दर्ज, जिनमें 351 घूसखोर हुए गिरफ्तार
ACB के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बुधवार को बताया कि ACB द्वारा ट्रेप के कुल 253 प्रकरण दर्ज किए गए, इनमें 64 प्रकरण राजपत्रित अधिकारी एवं 186 प्रकरण अराजपत्रित कर्मचारी हैं। इसके अलावा 3 प्राईवेट व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज कर कुल 351 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें राजस्व, पुलिस, पंचायत, उर्जा, स्वायत्त शासन विभाग, चिकित्सा विभाग के अधिकारी कर्मचारी शामिल है।
– रिश्वत मांग के कुल 60 प्रकरण दर्ज किए गए जिनमें 6 प्रकरण राजपत्रित अधिकारी, 53 प्रकरण अराजपत्रित कर्मचारी एवं 1 प्रकरण प्राईवेट व्यक्ति के खिलाफ दर्ज किया गया। इनमें पुलिस, पंचायत, राजस्व, उर्जा एवं स्वायत्त शासन विभाग आदि प्रमुख हैं।
15 अफसर व 18 कर्मचारियों के खिलाफ पद के दुरुपयोग के केस दर्ज
ACB के ADG दिनेश एमएन ने बताया कि वर्ष 2020 में पूरे प्रदेश में पद के दुरूपयोग के कुल 34 प्रकरण दर्ज किए गए। जिनमें 15 प्रकरण राजपत्रित अधिकारी, 18 प्रकरण अराजपत्रित कर्मचारी एवं 1 प्रकरण प्राईवेट व्यक्ति के विरूद्ध दर्ज किया गया। इनमें पंचायत, नगरीय विकास, शिक्षा, खान एवं राजस्व विभाग आदि प्रमुख है। इसी तरह, पिछले साल आय से अधिक सम्पत्ति के कुल 16 प्रकरण दर्ज किए गए जिनमें 8 प्रकरण राजपत्रित अधिकारी एवं 8 प्रकरण अराजपत्रित कर्मचारी के विरूद्ध दर्ज किये गए। इनमें राजस्व, पुलिस, स्वायत्त शासन, परिवहन आदि प्रमुख हैं।
घूसखोरी के केस 59 पंचायती राज विभाग और 57 पुलिस के खिलाफ
ADG दिनेश एमएन ने बताया कि ACB ने वर्ष 2020 में कुल 363 प्रकरण दर्ज किए। इन प्रकरणों में 253 ट्रेप रिश्वत की मांग, 34 पद के दुरूपयोग तथा 16 आय से अधिक सम्पत्ति के प्रकरण दर्ज किए गए।इनमें प्रकरणों में राजस्व, पुलिस, पंचायत, उर्जा, स्वायत्त शासन विभाग, चिकित्सा आदि प्रमुख है। सबसे ज्यादा 59 प्रकरण पंचायती राज विभाग, 57 प्रकरण राजस्व, 57 प्रकरण पुलिस विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध दर्ज किए गए हैं। इसी तरह, वर्ष 2020 में ACB ने केंद्र सरकार के अधीन 18 अधिकारियों के विरूद्ध भी कार्रवाई की।