भारत सौर प्रणाली से बाहर के ग्रहों की सफल खोज करने वाले देशों में शामिल हुआ
न्यूजवेव @अहमदाबाद
फिजिक्स रिसर्च लेबोरेट्री (पीआरएल), अहमदाबाद के प्रोफेसर अभिजीत चक्रवर्ती के नेतृत्व में वैज्ञानिकों व इंजीनियरों की टीम ने भारत में सूर्य जैसे तारे के निकट एक उप-शनि जैसे ग्रह या सुपर नेप्च्यून आकार के ग्रह की खोज की है। यह पृथ्वी के द्रव्यमान का 27 गुना तथा पृथ्वी की त्रिज्या का 6 गुना है। इस ग्रह को ईपीआईसी 211945201बी या के 2-236 बी का नाम दिया गया है।
इस ग्रह की खोज, ग्रह के द्रव्यमान को मापने के आधार पर की गई। मापन कार्य स्वदेशी तकनीक से निर्मित पीआरएल एडवांस रेडिएल-वेलोसिटी अबू-स्काई सर्च (पीएआरएएस) स्पेक्ट्रोग्राफ के द्वारा किया गया। यह स्पेक्ट्रोग्राफ भारत के माउंट आबू स्थित गुरूशिखर वेधशाला के 1.2एम टेलीस्कोप से एकीकृत है।
खास बात यह कि अब तक केवल 23 ऐसी ग्रह प्रणालियों की खोज हुई है, जिनका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का 10 से 70 गुना अधिक है और जिनकी त्रिज्या पृथ्वी की त्रिज्या से 4 से 8 गुनी अधिक है। यह खोज उप-शनि जैसे ग्रहों या सुपर नेप्च्यून जैसे ग्रहों की निर्माण प्रक्रिया को समझने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
इस खोज के साथ भारत उन गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है, जो हमारे सौर प्रणाली से बाहर के ग्रहों की खोज करने में सफल हुए हैं। इसके अलावा पारस (पीएआरएएस) पूरे एशिया में अपने किस्म का इकलौता स्पेक्ट्रोग्राफ है, जो सूर्य के चारों ओर घूम रहे ग्रह के द्रव्यमान को माप सकता है।
पूरे विश्व में ऐसे कुछ ही स्पेक्ट्रोग्राफ हैं जो द्रव्यमान मापने का कार्य इतनी सटीकता के साथ कर सकते हैं। यह शोध रिपोर्ट अमेरिकी एस्ट्रोनोमिकल सोसाइटी में प्रकाशित हुई है।