ड्रीम प्रोजेक्ट: ढाई साल बाद पूरा हुआ राजधानी के नागरिकों का सपना
न्यूजवेव@जयपुर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 23 सितम्बर को जयपुर मेट्रो का ई- लोकर्पण किया और हरी झंडी दिखाकर मेट्रो ट्रेन को रवाना किया। मेट्रो ट्रेन फेज-1बी का यह प्रोजेक्ट 1126 करोड़ रुपये की लागत से बना है। इसका उद्घाटन पहले ही किया जाना था, मगर कोरोना संकट के कारण टलता जा रहा था।इस प्रोजेक्ट की पहली ट्रेन की कमान महिला पायलट शेफाली ने संभाली। वहीं पहला स्मार्ट कार्ड सरकारी सचेतक महेश जोशी ने खरीदा। यह प्रोजेक्ट अशोक गहलोत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट था।

इस प्रोजेक्ट का काम मार्च 2014 में शुरू हुआ था और इसे मार्च 2018 में इसे पूरा होना था लेकिन ये ढाई साल बाद पूरा हो पाया है। देरी से ही सही लेकिन यह जयपुर का बहुत बड़ा सपना था जो आज साकार हो गया। पहले फेज में मेट्रो की यात्री क्षमता 21 हजार प्रतिदिन थी। अब दूसरे फेज पर संचालन शुरू होने के बाद 45 हजार यात्री प्रतिदिन हो जाएगी। परकोटे में स्थित इस भूमिगत मेट्रो की भव्यता देखने लायक है। यह गुलाबी नगर को चार चांद लगाने वाली है।

पहले फेज में मेट्रो मानसरोवर से चांदपोल तक चली थी। अब दूसरे फेज में चांदपोल से बड़ी चौपड़ तक जाएगी। सीएम अशोक गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल में जयपुर मेट्रो का पहला फेज शुरू किया था। मेट्रो 26 मिनट में 11.3 किलोमीटर का सफर तय करेगी। चांदपोल से लेकर बड़ी चौपड़ के बीच का किराया 6 रुपया रखा गया है। वहीं बड़ी चौपड़ से लेकर मानसरोवर के बीच का किराया 22 रुपये रखा गया है।
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