स्कूल बाल वाहिनी संचालकों, ड्राइवर एवं कंडक्टर के लिये उपयोगी कार्यशाला
न्यूजवेव @ कोटा
यातायात पुलिस की जागरूकता कार्यशाला में मुख्य वक्ता पीपुल ट्रस्ट, जयपुर की मैनेजिंग ट्रस्टी प्रेरणा सिंह अरोड़ा ने कहा कि जिस तरह श्री कृष्ण ने महाभारत में स्वयं सारथी बनकर अपने कौशल से अर्जुन के रथ को संपूर्ण युद्ध में क्षतिग्रस्त नहीं होने दिया तथा अपनी व अर्जुन की सुरक्षा का प्रबंध किया। यही कर्तव्य आज के समय स्कूलों में बाल वाहिनी चालकों का है। वे बच्चों के सारथी बनकर सुरक्षित वाहन चलायें।
कोटा शहर में यातायात नियमों को समझाने के उद्देश्य से डीडीपीएस स्कूल में बाल वाहिनी संचालकों, ड्राइवर एवं कंडक्टर की कार्यशाला आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि स्कूल बस एवं बाल वाहिनी के चालक तथा परिचालक के विश्वास पर माता पिता अपने बच्चों को लाने ले जाने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपते हैं। ऐसे में चालक-परिचालक का दायित्व बनता है कि वे अपनी जिम्मेदारी का सजगता से निर्वहन करें। इसके लिए उन्हें यातायात नियमों से रूबरू होना बहुत आवश्यक है।
कार्यशाला में विजुअल्स एवं स्लाइड से हेलमेट व सीट बेल्ट का महत्व समझाया। उन्होंने चालक एवं परिचालकों को गुड सेमटेरियन बनने की अपील की। उन्हें वर्तमान कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी।
नये एक्ट से जागरूकता बढ़ायें
प्रेरणा अरोड़ा ने पुलिस कंट्रोल रूम सभागार में यातायात कर्मियों को यातायात नियम 2017 की विधिक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यातायात कर्मियों को खतरनाक ढंग से वाहन चलाने वालों एवं नाबालिक बच्चों द्वारा पावर बाइक चलाने पर ऐसे चालकों एवं माता-पिता के विरुद्ध नये मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, कठोर कानूनी कार्रवाई करें। कार्यशाला में यातायात निरीक्षक नीरज गुप्ता, उप निरीक्षक हनुमान सिंह एवं यातायात कर्मियों ने भाग लिया।