कोटा यूनिवर्सिटी के छठे दीक्षान्त समारोह में विद्यार्थियों ने पहनी भारतीय वेशभूषा, सर्वाधिक 42 गोल्ड मेडल छात्राओं को
न्यूजवेव @ कोटा
कोटा यूनिवर्सिटी का छठा दीक्षांत समारोह 17 अगस्त को यू.आई.टी ऑडिटोरियम में हुआ। भव्य समारोह मे उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी, पी.सी.आई. नईदिल्ली के उपाध्यक्ष प्रो. शैलेंद्र सर्राफ, कुलपति प्रो.नीलिमा सिंह तथा कुलसचिव डॉ. एस.सी. शर्मा भारतीय वेशभूषा पहने मंचासीन रहे। खास बात यह रही कि गोल्ड मेडल व उपाधियां ग्रहण करने में बेटियां आगे रहीं।
दीक्षान्त समारोह में वर्ष 2017 की परीक्षाओं में मेरिट प्राप्त करने वाले व पीएच.डी. धारकों को उपाधियॉ प्रदान कीे गयी। कुलाधिपति पदक के लिये आर्ट्स संकाय में पिछले 6 वर्षों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रा भव्या छाबरा एवं कुलपति पदक 6 वर्ष में कॉमर्स संकाय में अधिकतम अंक प्राप्त करने पर यूजी छात्रा अपूर्वा त्रिवेदी को प्रदान किया।
सभी 6 संकायों में कुल 53 गोल्ड मेडल वितरित किये गये। जिसमें सर्वाधिक 42 गोल्ड मेडल छात्राओं को मिले तथा 11 मेडल छात्रों को दिये गये। पीएचडी में भी कुल 79 उपाधियों में से सर्वाधिक 54 पीएचडी छात्राओं को उपाधियों से नवाजा गया। वहीं, 25 छात्रों ने पीएचडी उपाधि प्राप्त की।
62,708 डिग्रियां कॉलेजों में होंगी वितरित
कोटा यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में सभी संकायों की यूजी व पीजी डिग्रियां विद्यार्थियों को संबंधित कॉलेज से वितरित की जायेंगी। इसमें सर्वाधिक 35,102 डिग्रियां आर्ट्स संकाय की हैं जबकि सबसे कम 167 डिग्री विधि संकाय में है।
कोटा यूनिविर्सटी में 157 पदों की मंजूरी जल्द
उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि कोटा विश्वविद्यालय अपने आदर्शों को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उच्च-शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए राज्य सरकार यूनिवर्सिटी पर निरंतर ध्यान दे रही है। विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक भार के आधार पर ही पद स्वीकृत किए जायें। शिक्षकों की कमी से शैक्षणिक गुणवत्ता प्रभावित होती है। कोटा विश्वविद्यालय में 157 शैक्षणिक संवर्ग के पद जल्द ही मंजूर कर दिये जाएंगें।
कुलपति प्रो.नीलिमा सिंह ने कहा कि आज से 100 वर्ष पूर्व गाँधीजी ने वर्धा में महिला शिक्षा के बारे में कहा था कि देश तभी सम्पन्न व शिक्षित होगा, जब देश की महिलाएं शिक्षित होंगी। आज के इस समारोह में छात्राओं की अधिक उपस्थिति गाँधीजी के सपने को साकार करती दिख रही है। पी.सी.आई.,नईदिल्ली के उपाध्यक्ष प्रो..शैलेन्द्र सर्राफ ने दीक्षान्त भाषण प्रस्तुत किया। कुलसचिव, डॉ.एस.सी. शर्मा ने विश्वविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। दीक्षान्त समारोह के दौरान शिक्षा राज्य मंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित छात्र कल्याण भवन का ई-लोकार्पण तथा धनवन्तरी भवन (भेषजी विभाग) का ई-शिलान्यास किया। दीक्षान्त समारोह में बॉम के सदस्य, कला, समाज विज्ञान, विज्ञान, वाणिज्य, शिक्षा व विधि संकाय के प्रोफेसर उपस्थित रहे।