नवनीत कुमार गुप्ता
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
खेलते हुए साइंस को सीखना ज्यादा आसान है। आजकल मोबाइल, मनोरंजक व अन्य रोचक माध्यमों से स्टूडेंट्स साइंस में अपना नॉलेज बढ़ा रहे हैं। इसी उद्देश्य से विज्ञान प्रसार ने 21 से 28 मई तक नोएडा में ‘साइंस फ्यूजन-2018’ प्रोग्राम प्रारंभ किया।
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की संयुक्त सचिव डॉ. नीरा जैन, अमेरिकन केमिकल सोसाइटी की प्रबंध निदेशक डॉ. दीक्षा गुप्ता तथा विज्ञान प्रसार के वैज्ञानिक कपिल त्रिपाठी ने 21 मई को इस प्रोग्राम का उद्घाटन किया।
इस प्रोग्राम में स्कूली विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने और साइसं से जुडी एक्टिविटीज, जैसे- एक्सपेरीमेंट, साइंस थीम पर ड्रामा, मशीनों को बनाना जैसी वैज्ञानिक विधाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
दो पुस्तकों का विमोचन
साइंस फ्युजन 2018 के उद्घाटन सत्र में दो पुस्तकों का विमोचन हुआ। डॉ. इरफाना बेगम की ‘फन विद लाइफ साइंस’ तथा विवेक यादव की ‘हाउ मशीन वर्क्स। साथ ही छात्रों के लिए टूल मशीन किट भी जारी किया, जिसमें हाइड्रोलिक आर्म्स, इलेक्ट्रिक बेल, सीजर्स आर्म्स जैसी वस्तुएं बनाने का मैटेरियल दिया गया है।
विज्ञान प्रसार की परियोजना अधिकारी डॉ.इरफाना बेगम ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न स्कूलों के क्लास-6 से 9वीं तक के करीब 80 स्टूडेंट साइंस फ्यूजन-2018 में भाग ले रहे हैं।
हर एक्टिविटी में झलका वैज्ञानिक दृष्टिकोण
साइंस फ्यूजन ऐसा प्रोग्राम है, जो स्टूडेंट्स में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करता है। इसमें वैज्ञानिक उपकरण कैसे संचालित किए जाएं, एक्टिविटी किट, नेचुरल रिसर्च, खेल-खेल में मैथ्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी की जानकारियां, खगोल विज्ञान में आकाश दर्शन, मैकेनिकल, फोल्ड स्कोप एवं साइंस मूवी शो जैसे रोचक प्रोग्राम बच्चों के लिए प्रमुख आकर्षण हैं।
विज्ञान प्रसार के वैज्ञानिक कपिल त्रिपाठी ने बताया कि छोटे व हाथ से निर्मित प्रोटोटाइप बनाकर नए सबक सीखना महत्वपूर्ण है। इस वर्ष के साइंस फ्यूजन में मेडिकल इक्यूपमेंट, साउंड एनर्जी, डिजास्टर मैनेजमेंट तथा फिंगर प्रिंटिंग तकनीक आदि स्कूली स्टूडेंट्स के लिए बहुत उपयोगी है। साथ में साइंस प्ले के प्रजेंटेशन भी दिए जा रहे हैं।