न्यूजवेव @ कोटा.
शहर में सेवा और संस्कार की अनुपम मिसाल धीरज गुप्ता तेज सामाजिक, धार्मिक और मानवीय सेवा के लिए जाने जाते हैं। वह अब तक जीवनदायनी दृव्य का 98वीं बार डोनेशन कर चुके हैं। उन्होंने मंगलवार देर रात एक कोचिंग स्टूडेंट की जान बचाने के लिए तीसरी बार एसडीपी डोनेट की।
नवादा बिहार से कोटा में नीट की तैयारी कर रहे कोचिंग स्टूडेंट गौरव (15) की हालात लगातार बिगडती जा रही थी, प्लेटलेट गिरकर मात्र 9 हजार रह गई थी, ऐसे में चिंता होना भी लाजमी था, घर परिवार का कोई सदस्य भी यहां नहीं था, केवल कोचिंग का एक दोस्त और मकान मालिक शैलेन्द्र मेडतवाल ने वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी धीरज गुप्ता तेज को कॉल किया तो वह सहज तैयार हो गए और t अपना ब्लड सेंटर पहुंचे और तीसरी बार एसडीपी की। उन्होंने अब तक 89 बार ब्लड डोनेशन किया है। जबकी कोविड में उनकी सेवाएं सराहनीय रही और उन्होंने 6 बार प्लाज्मा डोनेशन किया। सबह करीब 4 बजे एसडीपी पूरी हुई और स्टूडेंट को चढाई गई।
पत्रकार धीरज गुप्ता के भाई पंकज गुप्ता और परिवार के सदस्य भी रक्तदान के क्षेत्र में महत्ती भूमिका निभाते हैं। धीरज गुप्ता भी शहर के सबसे अधिक डोनेशन करने वाली हस्तियों में शुमार हैं। धीरज गुप्ता ने कहा कि जीवन में किसी के काम आ आएं तो मन में ईश्वरीय उर्जा का संचार होता है। व्यक्ति को जीवन में दूसरों के काम आना ही चाहिए। कोचिंग करने कोटा आने वाले स्टूडेंट हमारे मेहमान हैं, ऐसे में उनकी हर समस्या को दूर करना कोटावासियों की जिम्मेदारी है।