* पहले 2 दिनों में 44 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने किया आवेदन-
* डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन बताकर रोके गए रिजल्ट्स को लेकर एनटीए ने नहीं दिया कोई अपडेट
न्यूजवेव @ कोटा.
आईआईटी में प्रवेश के लिए देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है। पहले दो दिन में सोमवार तक करीब 44 हजार विद्यार्थी रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। अंतिम तिथि 7 मई है।
एलन के काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि यह परीक्षा 26 मई को दो पारियों में देश के 222 परीक्षा शहरों में आयोजित की जाएगी। परीक्षा की आवेदन प्रक्रिया 27 अप्रैल को शुरू हुई है।
आहूजा ने बताया कि करीब 2000 विद्यार्थियों के सामने डुप्लीकेट एप्लीकेशन आईडी की समस्या आ रही है। इनमें से सैकड़ों विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्हें सेशन-2 के आधार पर जेईई-एडवांस्ड के लिए क्वालीफाई होने पर भरोसा है, किन्तु जेईई-एडवांस्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए आईआईटी मद्रास द्वारा इन्हें परमिट नहीं किया जा रहा है, क्योंकि एनटीए ने इनके रिजल्ट में डुप्लीकेट लिखा है। ऐसे कई विद्यार्थी सामने आ रहे हैं जिन्होंने जेईई-मेन सेशन-1 और सेशन-2 में अलग-अलग रजिस्ट्रेशन नम्बर से आवेदन कर दिए थे। बाद में एनटीए ने जेईई-मेन अप्रैल के रिजल्ट में इन विद्यार्थियों के परिणाम रोक दिए और इसका कारण डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन होना बताया। एनटीए की तरफ से यह बताया गया था कि विद्यार्थियों को जल्द ई-मेल के माध्यम से सूचित किया जाएगा और यह पूछा जाएगा कि यह दोनों रजिस्ट्रेशन क्रमांक एक ही छात्र के हैं। पर्याप्त जानकारी मिलने के बाद आल इंडिया रैंक जारी कर दी जाएगी। वर्तमान में जो रैंक जारी की गई है यह जेईई-मेन सेशन 1 के पर्सेन्टाइल स्कोर के आधार पर की गई है।
कई विद्यार्थी ऐसे हैं जिन्हें उम्मीद है कि उन्होंने जेईई-मेन सेशन-2 में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन अब उनका रिजल्ट रोक दिया गया है। इन विद्यार्थियों को अभी तक एनटीए की ओर से ई-मेल भी प्राप्त नहीं हुआ है। गत वर्ष 1 लाख 89 हजार 744 विद्यार्थियों ने जेईई-एडवांस्ड में रजिस्ट्रेशन करवाया था, जो कि जेईई-एडवांस्ड के इतिहास में सर्वाधिक आवेदन थे।