Sunday, 13 October, 2024

डेटा साइंस में दुनिया का पहला ऑनलाइन B.Sc कोर्स लांच

  •  आईआईटी मद्रास ने तैयार किया ऑनलाइन डिग्री कोर्स, आवेदक किसी भी विषय के छात्र हो सकते हैं।
  •  केंद्रीय एचआडी मंत्री ने प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस में बीएससी कोर्स लांच किया

न्यूजवेव @ नईदिल्ली

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने एक वर्चुअल प्रोग्राम में प्रोग्रामिंग एवं डेटा साइंस में विश्व का पहला ऑनलाइन B.Sc. डिग्री कोर्स लॉन्च किया। इस अवसर पर एचआरडी राज्य मंत्री संजय धोत्रे भी मौजूद रहे। IIT,Madras ने इस नवीनतम कोर्स को तैयार किया है। B.Sc डिग्री में वे स्टूडेंट्स प्रवेश ले सकते हैं जिन्होंने 10वीं कक्षा में इंग्लिश व मैथ्स की पढ़ाई के साथ 12वीं बोर्ड परीक्षा पास की हुई हो। किसी संस्थान में अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला लिया हो।

इस मौके पर आईआईटी मद्रास में संचालक मंडल अध्यक्ष आईआईटी मद्रास के निदेशक और एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ. पवन कुमार गोयनका, एचआरडी में अपर सचिव प्रो.अनिल सहस्रबुद्धे, राकेश रंजन और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
डेटा सांइस ग्रेजुएट की है भारी डिमांड

डेटा साइंस दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। जो स्टडी के अनुसार वर्ष 2026 तक इस क्षेत्र में 11.5 मिलियन नौकरियों का सृजन होगा। ऑनलाइन डिग्री के माध्यम से क्वालिटी एजुकेशन को बढावा देने के लिये आईआईटी ने यह नवाचार किया है। पोखरियाल ने आईआईटी मद्रास की टीम को बधाई देते हुये कहा कि 2020 में 12वीं कक्षा पूरा करने वाले छात्र इस नये कोर्स में आवेदन कर सकते हैं। ग्रेजुएट अथवा जॉब कर रहे प्रोफेशनल्स भी इसमें दाखिला ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि आईआईटी की इस अनूठी पेशकश में आयु, संकाय या भौगोलिक स्थिति के अवरोधों को दूर रखा गया है। आज दुनिया में डेटा साइंस के विशेषज्ञों की भारी डिमांड बनी हुई है।
अब फॉरेन जाने की आवश्यकता नहीं
एचआरडी मंत्री पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा कि आईआईटी मद्रास को NIRF India Ranking 2020 में पहला स्थान हासिल है। देश से प्रतिवर्ष 7 से 7.50 लाख स्टूडेंट्स क्वालिटी एजुकेशन के लिये विदेश जाते हैं। इससे हमारा टेलेंट पलायन के साथ ही रेवेन्यू भी देश से बाहर जा रहा है। आज जब पूरा देश चुनौतीपूर्ण हालात में कोविड-19 महामारी से लड़ रहा है और सभी लोग घर पर रहने के लिए मजबूर हैं तब सभी आईआईटी मद्रास राष्ट्र की खातिर कुछ नया करने के लिए एकजुट हैं।
श्री पोखरियाल ने कहा कि जो छात्र अभी देश में कहीं भी अलग ऑन-कैंपस कार्यक्रम में दाखिला ले चुका है, वो अपने करियर या पाठ्यक्रम को बदले बिना भी इस डिग्री पाठ्यक्रम में नामांकन करा सकता है। यहां तक कि वे नियोक्ता भी जो अपने कर्मचारियों के कौशल को बढ़ाना चाहते हैं, कर्मचारियों के उत्पादन समय में बिना किसी नुकसान के इस विकल्प पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह पाठ्यक्रम आकर्षक क्षेत्र में छात्रों के लिए नौकरी की संभावनाओं को तेज करता है, कामकाजी पेशेवरों को करियर बदलने का अवसर प्रदान करता है और साथ ही आईआईटी मद्रास जैसे मान्यता प्राप्त संस्थान से डिग्री प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करता है। राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि डेटा साइंस एवं प्रोग्रामिंग इंडस्ट्री डवलपमेंट के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है और इस क्षेत्र में ऑनलाइन डिग्री का अवसर देकर आईआईटी मद्रास ने देश के युवाओं को आगे बढने के लिये प्रेरित किया है।
ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म


इस डिग्री कोर्स को अत्याधुनिक ऑनलाइन पोर्टल के जरिए चलाया जाएगा। यह देश के दूरदराज इलाकों के स्टूडेंट्स को नई टेक्नोलॉजी से जोडेगा। ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म छात्रों को कक्षा में बैठकर पढ़ाई करने या सीखने जैसा अनुभव कराए, कोर्स में संकाय से वीडियो, छात्रों को सीधे साप्ताहिक असाइनमेंट्स, रेगुलर कोर्स की तरह परीक्षाएं होंगी। इसमें डाटा मैनेजमेंट, मैथेडोलॉजी व पैटर्न को समझने, मॉडल डवलप करने से स्टूडेंट्स अपने स्किल को बेहतर कर सकेंगे।
तीन लेवल के कोर्स होंगे
इस कोर्स को तीन अलग-अलग चरणों में पेश किया जाएगा- फाउंडेशनल प्रोग्राम, डिप्लोमा प्रोग्राम और डिग्री प्रोग्राम। कोर्स के प्रत्येक चरण में छात्रों को कोर्स छोड़ने अथवा आईआईटी मद्रास से सर्टिफिकेट डिप्लोमा या डिग्री प्राप्त करने की आजादी होगी। पात्रता के आधार पर इच्छुक छात्र एक फॉर्म भरेंगे और क्वालीफायर परीक्षा शुल्क 3,000 रुपये देय होगा। छात्रों को 4 सप्ताह के लिए 4 विषयों (मैथ्स, इंग्लिश स्टेटिस्टीकल व कम्यूटेशनल एप्रोच की पढ़ाई करनी होगी। छात्रों को ऑनलाइन लेक्चर दिए जाएंगे। साथ ही असाइनमेंट ऑनलाइन जमा करने की सुविधा मिलेगी। 4 सप्ताह के अंत में वे क्वालिफायर एग्जाम देंगे। आईआईटी की प्रवेश परीक्षाओं से अलग इस कोर्स के लिये वे सभी छात्र जो ( 50 प्रतिशत स्कोर के साथ) पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण किए हों, वे फाउंडेशन प्रोग्राम में पंजीयपन कराने के लिए पात्र होंगे।अधिक जानकारी के लिये वेबसाइट www.oniltegree.iitm.ac.in पर लॉग ऑन करें।

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