राज्यों के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज शिक्षकों की कमी से संकट में
न्यूजवेव @ नई दिल्ली
उच्च शिक्षा में TEQIP प्रोजेक्ट के तहत देश के 12 राज्यो के इंजीनियरिंग कॉलेजों में कार्यरत 1500 से अधिक असिस्टेंट प्रोफेसर्स ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से अपने भविष्य की अनिश्चितता दूर कर उक्त पदों पर नियमितीकरण की मांग की है।
गौरतलब है कि 31 मार्च 2021 को देश की विभिन राज्यो में Teqip प्रोजेक्ट में कार्यरत हज़ारो युवा बेरोजगार हो जाएंगे और उनके सामने जीविकोपार्जन का संकट खड़ा हो जाएगा । 31 मार्च के बाद आगे कार्य करने संबधी जानकारी अभी नही मिली है जिससे तय माना जा रहा है कि 31 मार्च इनका आखरी हो सकता है ।
यदि सरकार ने Teqip योजना के तहत नियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर्स का कार्यकाल नही बढ़ाया तो चालू सत्र में स्टूडेंट्स को पढ़ाने वाले टीचर्स एक चौथाई रह जाएंगे, जिससे विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ेगा तथा राज्य में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री से लगाई गुहार
उपरोक्त प्रोजेक्ट में कार्यरत युवा शिक्षकों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से मिलने की गुहार लगाई है और सोशल प्लेटफार्म पर लगातार कैम्पेन कर रहे है। दर्जनों शिक्षकों ने बंगले के बाहर प्रदर्शन कर 15 मिनट मिलने की मांग की है । युवाओ ने कहा कि हम सभी सहायक प्राध्यापक बहुत कठिन दौर से जूझ रहे हैं और हमारा कष्ट आपसे मिलकर ही दूर हो सकता है|