न्यूजवेव @ कोटा
जिला कलक्टर ओम प्रकाश कसेरा ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रति आमजन में भ्रांति को दूर कर इसके लक्षणों के बारे में जागरूक करने के लिए सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थान और सामाजिक संस्थाऐं मिलकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि चीन, जापान व थाईलैण्ड में इसका असर है ऐसे में इन देशों से आने वाले पर्यटकों व नागरिकों पर निगरानी रखी जाकर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाईन की पालना की जावे।
उन्होंने कहा कि इसका बचाव ही उपचार है ऐसे में आमजन को प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों को 28 दिनों तक निगरानी में रखते हुए नियमित चिकित्सीय की रिपोर्ट तैयार करने के लिए सचेत करें।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिला मुख्यालय पर एमबीएस अस्पताल में अलग से वार्ड बना दिया गया है चौबीसों घंटे सेम्पैल जांच की सुविधा है। निजी अस्पताल भी इस प्रकार की व्यवस्था रखें तथा स्वाइन फ्लू के लक्षण पाये जाने पर निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार समय पर इलाज की सुविधा प्रदान करें। उन्होंने जिले में सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों, निजी चिकितसा संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों में कोरोना वायरस के लक्षण एवं बचाव के बारे में आई.ई.सी. सामग्री का प्रदर्शन करने के निर्देश दिये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह तंवर ने केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की जांच 28 दिवस तक निरंतर की जाकर दैनिक रिपोर्ट चिकित्सा विभाग को भिजवाएं। उन्होंने कोरोना वायरस जैसे लक्षण दिखाई देने पर हेल्प लाइन नम्बर 104/108 अथवा नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जानकारी देने का आव्हान किया।
एमबीएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना ने बताया कि एमबीएस में 109 नम्बर कक्ष में अलग से वार्ड बनाया गया तथा चार कमरों में दो-दो बैड के अलग से वार्ड बनाकर आईसोलेशन की व्यवस्था की है। उन्होंने स्वाइन-फ्लू एवं कोरोना के बारे में जानकारी दी। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य डॉ. मीणा ने कोरोना के लक्षण, बचाव और राज्य सरकार की गाइड लाइन के बारे में बताया।
लक्षण एवं बचाव
चीन के वुहान क्षेत्र में कोरोना वायरस पाया गया है। इसके लक्षण खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ होती है। ऐसे लक्षणों वाले यात्रियों/नागरिकों को मास्क का उपयोग करते हुए भीड़ से दूरी बनाई रखनी चाहिए। तुरंत नजदीकी चिकित्सालय में परामर्श लेकर उपचार कराना चाहिए। छिंकते, खांसते समय टिश्यू पेपर अथवा रूमाल का उपयोग करना चाहिए। लक्षण पाये जाने पर राज्य नियंत्रण कक्ष 0141-2225624 से जानकारी लें।