न्यूजवेव@ कोटा
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के दौरान एजुकेशन सिटी में कोचिंग विद्यार्थियों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए जिला कलक्टर ओम कसेरा ने कोचिंग संचालकों और हॉस्टल प्रतिनिधियों की बैठक लेकर उनकी देखभाल करने के लिये आवश्यक दिशानिर्देश दिये।
जिला कलक्टर ने कहा कि देशभर से कोचिंग के लिये कोटा आने वाले विद्यार्थी इन दिनों लॉकडाउन के दौरान कोटा मे रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। वे कोचिंग संस्थान में पंजीकृत हों या जिस हॉस्टल या पीजी रूम में रहते हों, उनके संचालक पूरी जिम्मेदारी के साथ उनकी देखभाल करें। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जिला प्रशासन पूरी तरह विद्यार्थियों के साथ है। किसी भी विद्यार्थी को भोजन या आवश्यक सुविधाओं की कमी होने पर जिला प्रशासन की हैल्प लाइन पर सूूचित करें। विद्यार्थी अनावश्यक कार्यों से बाहर नहीं निकले। उन्होंने संचालकों से प्रत्येक कोचिंग विद्यार्थी के अभिभावकों को एसएमएस भेजकर लॉक डाउन के दौरान मिल रही व्यवस्थाओं से अवगत कराने के निर्देश दिये जिससे उन्हे अपने बच्चों को लेकर चिंता न हो।
हॉस्टल की लीज स्वतः बढ़ी मानी जायेगी
जिला कलक्टर ने कहा कि कोचिंग विद्यार्थियों के लिए संचालित ऐसे गर्ल्स या ब्वायज हॉस्टल जिनकी लीज 31 मार्च को समाप्त हो रही है उसकी लीज लॉक.डाउन चलने तक स्वतः 14 अप्रैल तक बढ़ी हुई मानी जायेगी। हॉस्टल मालिक या संचालक किसी भी विद्यार्थी को इस दौरान हॉस्टल खाली करने के लिए दबाव नहीं बनायें। विद्यार्थियों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाना हॉस्टल संचालक की जिम्मेदारी है। इसमें लापरवाही की शिकायत मिलने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी तथा उन्हें सीज भी किया जा सकेगा।
कोचिंग फैकल्टी करेंगे संवाद
जिला कलक्टर ने सभी कोचिंग संचालेकों को निर्देश दिये कि वर्तमान में कोटा में रह रहे कोचिंग विद्यार्थियों की जानकारी लेकर सम्बन्धित कोचिंग संचालक की फैकल्टी उनसे बातचीत करें तथा उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास करें। उन्होंने प्रत्येक कोचिंग संचालक को निर्देश दिये कि वे विद्यार्थियों को हैल्प लाइन नम्बर जारी कर अभिभावकों भी एमएसएस भेजें।