लोकसभा अध्यक्ष ने कहा-राज्य सरकार से भूमि आवंटित करवायें, भव्य मूर्ति लगवाना मेरी जिम्मेदारी
न्यूजवेव @ कोटा
बाबा साहब अम्बेडकर ने भारतीय समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए आजीवन संघर्ष किया। आज देश के नवनिर्माण का दायित्व युवाओं पर है। यदि युवा सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन लाना चाहते हैं तो वे भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर के जीवन से प्रेरणा लें। यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरूवार को बाबा साहब की 131वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह में कही।
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सीएडी सर्किल स्थित अम्बेडकर भवन में अखिल राजस्थान एससी,एसटी, ओबीसी अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त महासंघ के बैनर तले हुये कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज भारत ही नहीं विश्व के अधिकतम देशों में डॉ. अम्बेडकर को बहुत श्रद्धा के साथ याद किया जाता है।
बिरला ने कहा कि डॉ अम्बेडकर ने हमेशा सामाजिक न्याय और समानता पर आधारित समतामूलक समाज की रचना के प्रयास किए। आज जहां भी भारतीय संविधान की चर्चा होती है सबसे पहले संविधान निर्माता डॉ.अम्बेडकर को याद किया जाता है। संविधान के माध्यम से उन्होने वंचित-अभावग्रस्त वर्गों के अधिकारों को सुरक्षित किया। यही कारण है कि भारतीय संविधान आज पूरे विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि समय की आवश्यकता को देखते हुये कोटा में भी बाबा साहब अम्बेडकर के जीवन पर शोध किया जाए ताकि हमारे युवा उनके जीवन और आदर्शों से नया परिचय स्थापित कर सकें।
कोटा में एक भव्य अम्बेडकर भवन का निर्माण हो
समारोह में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर का स्थान हमारे हृदय में बहुत ऊंचा है। लेकिन कोटा में उनके नाम पर बना अम्बेडकर भवन उस अनुरूप नहीं है। जरूरत है कि उनके नाम पर कोटा में एक भव्य भवन का निर्माण हो, जहां विद्यार्थी और युवा उनके जीवन के बारे में जान सकें। उन्होंने कहा कि कोटा शैक्षणिक नगरी है जहां देश भर से विद्यार्थी आते हैं। ये लाखों विद्यार्थी बाबा साहब अम्बेडकर के जीवन से प्रेरणा ले सकें। इसके लिए उनकी भव्य प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए। समाज राज्य सरकार से इसके लिए भूमि आवंटित करवाए। बाबा साहब अम्बेडकर की एक भव्य मूर्ति बनवाना मेरी जिम्मेदारी रहेगी।