कोटा के कलाकारों ने अभिनय व आवाज में दिखाया जलवा, आहूजा सिनेमा के यूट्यूब चैनल पर रिलीज
न्यूजवेव@ कोटा
सपनों को सच करने में एक वक्त ऐसा आता है जब हम अपने सपनों से हार जाते हैं। पीके आहूजा द्वारा निर्मित और कौशल राज किशोर द्वारा निर्देशित ‘मंजिलें’ गीत युवाओं में ऐसी सकारात्मक लहर पैदा करेगा जिससे वे अपने सपने सच करने के लिये कमर कस लेंगे। कोटा की नेशनल वेटलिफ्टर मधुलिका धर्मेंद्र ने मंजिलें गीत के पोस्टर का विमोचन कर इसे रिलीज किया।
इस गीत में तीन कहानियां साथ चलती है। राजन धीरिया एक प्रतिभावान गरीब विद्यार्थी है जो कर्ज के बोझ से दबा हुआ है और अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पा रहा है। गरीबी में संघर्ष करते हुये अंत में वो कैसे आईएएस बनता है। दूसरी और, गौरव जांगिड़ गरीब होने से अपनी प्रेमिका द्वारा छोड़ दिया जाता है। अचानक कैसे उसका भाग्य साथ देता है और वह मेहनत करते हुये अमीर बन जाता है।
इस गीत में निर्देशक कौशल राज किशोर ने ऐसे गायक की भूमिका निभाई जिसके पिता को उसका गाना-बजाना पसंद नहीं था।उसे घर से निकाल दिया जाता है। वह दूसरे शहर में आकर कैसे संघर्ष करके अपनी मंजिल को पा लेता है। वह एक सफल गायक बनने का सपना पूरा करता है।
शहर छोटा लेकिन हुनर बड़ा
इस गीत के फिल्मांकन मे अपने अभिनय से कोटा के कलाकारों ने साबित कर दिया कि वो छोटे शहर से होकर भी बड़ा हुनर रखते हैं। शहर के कलाकार गौरव, राजन और कौशल राज किशोर ने गाने में उम्दा अभिनय किया है। गीत में संगीत कोटा निवासी मुंबई के संगीतकार द्रोण का, जिन्होंने लाजवाब संगीत देकर इसे कर्णप्रिय बना दिया। गीत तैयार करने वाले सभी कलाकार कोटा से हैं। इसे कोटा की दर्शनीय लोकेशंस पर फिल्माया गया है। गीत का उम्दा संगीत और गायकी ऐसी है कि हम खुद में खो से जाते हैं। इस गीत में संघर्ष से सफलता का सफर खूूबसूरत तरीके से पेश किया गया है।
निर्माता पीके आहूजा ने बताया कि कोटा के युवा कलाकारों ने इस गीत में अभिनय और आवाज का अनूठा जादू बिखेरा है। आज के दौर में, कोचिंग विद्यार्थियों एवं युवाओं को मंजिलें जैसे मोटिवेशनल गीतों की जरूरत है। जो एक सकारात्मक राह दिखाते हैं। गीत की सिनेमैटोग्राफी श्याम एस. धाकड़ ने की और मनोज मीणा ने इसका संपादन कियां। इसमें आर्टवर्क रियांस महावर का है और स्टील फोटोग्राफी हितेश महावर की है। मंजिलें गीत आहूजा सिनेमा के यूट्यूब चैनल पर जारी किया गया, जिसे श्रोताओं द्वारा बहुत सराहा गया।