कॅरिअर पॉइंट में कोटा एजुकेशन डवलपमेंट फोरम, प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन व सहोदय स्कूल कॉम्पलेक्स द्वारा अभिनंदन समारोह
न्यूजवेव @ कोटा
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ’निशंक’ ने कहा कि हमें ऐसे शिक्षकों का निर्माण करना होगा, जिनकी कार्यशैली देखकर दुनिया से यह आवाज उठे हमें भी हिंदुस्थान जैसे शिक्षक मिल जायें। कोटा सचमुच शिक्षा की काशी बन चुका है, यहां से प्रतिवर्ष कई प्रतिभाएं निकल रही हैं। यही पीढी देश का नवनिर्माण करने में सक्षम है।
वे रविवार को कॅरिअर पॉइंट संस्थान में कोटा एजुकेशन डवलपमेंट फोरम, प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन व सहोदय स्कूल कॉम्पलेक्स के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे।
कॅरिअर पॉइंट के निदेशक व कोटा एजुकेशन डवलपमेंट फोरम के अध्यक्ष ओम माहेश्वरी ने मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ’निशंक’ का शिक्षा नगरी में स्वागत किया। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने केद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल व लोकसभा अध्यक्ष का सामूहिक अभिनंदन किया।
समारोह में आरटीयू के कुलपति डॉ. आर.ए.गुप्ता, कॅरिअर पॉइंट यूनिवर्सिटी के चांसलर प्रमोद माहेश्वरी, कोटा एजुकेशन डवलपमेंट फोरम के अध्यक्ष ओम माहेश्वरी, सचिव कुलदीप माथुर, सहोदय स्कूल कॉम्पलेक्स के अध्यक्ष प्रदीपसिंह गौड़, प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल जोशी, सीपीयू के कुलपति प्रो. सुमेरसिंह सहित कोटा की सभी निजी शैक्षणिक संस्थाओं के संचालक मौजूद थे।
कोटा में खुलेगा नया राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान
मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कोटा इसी तरह तरक्की करता रहे। कोटा में राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा संस्थान खोलने की दिशा में जल्द ही अमल करेंगे। इसके लिये राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करवाकर सहयोग करे। हम सामूहिक प्रयासों से नये शिक्षा संस्थान, पर्यटन व उद्योगिक विकास से कोटा को नई उंचाइयां पर पहुंचायेंगे।
कोटा ने देश को बिरला जैसा हीरा दिया है
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि मेरा मन था कि जहां ओम बिरला जैसे नेतृत्व का निर्माण हुआ , उस धरती को प्रणाम कर सकूं। यहां आकर लगा कि कोटा शिक्षा की काशी है। निजी शैक्षणिक संस्थानों के संचालकों की समस्याओ पर उन्होने कहा कि हम सभी शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन कर रहे हैं। हमारा देश उच्च शिक्षा की रैंकिंग में अच्छे स्थान पर रहे, इसके लिये आवश्यक सुधार किये जा रहे हैं।
नई शिक्षा नीति में दिखेंगे नये विकल्प
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि देश में नई शिक्षा नीति आ रही है। उसमें सभी को बहुत खुुले विकल्प दिए गये है। क्वालिटी एजुकेशन के लिये जो भी अच्छे सुझाव आएंगे उनको समाहित करने का प्रयास करेंगे। नई शिक्षा नीति में कस्तुरी रंजन समिति के सुझावों को शामिल किया है। डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया जैसे क्रांतिकारी बदलावों से युवा पीढी देश के नवनिर्माण में जुटेगी। मोदी सरकार इसी विजन के साथ नए भारत का निर्माण करने में जुटी है।
हम बेरोजगारों की फौज खड़ी नहीं करेंगे
एमएचआरडी मंत्री ने कहा कि आज देश में 19000 से अधिक बीएड कॉलेज हैं, जिनसे प्रतिवर्ष 19 लाख बीएड धारी शिक्षक निकल रहे है। देश में इस समय 15 लाख से अधिक स्कूलों में 90 लाख शिक्षक हैं। लगभग 30 प्रतिशत शिक्षक भी गुणवत्तापूर्ण क्वालिटी शिक्षा पर फोकस करें तो देश की दशा व दिशा बदल सकती है।
देशभक्ति के महासागर थे डॉ. कलाम
‘अभी भी है जंग जारी, वेदना सोयी नहीं है…मनुजता होगी धरा पर, संवेदना सोयी नहीं है…रचना सुनाइ गई। केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति व शिक्षक डॉ. अब्दुल कलाम देशभक्ति के महासागर थे। जल्द ही उनकी जीवनी ‘सपने जो सोने न दें’ तैयार हो रही है, उसे सभी विद्यार्थी व शिक्षक अवश्य पढें़।
निजी संस्थाओं से सरकार की बंदिशे कम हो
संवाद में निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि सरकार फीस एक्ट के नये प्रावधानों से स्कूलों पर शिकंजा कसने जा रही है। नए फीस एक्ट के अनुसार, अगले तीन वर्ष प्राइवेट स्कूल फीस नहीं बढ़ा सकेंगे। निजी स्कूलों पर मापदंडों व नियमों का पेपर वर्क इतना अधिक बढा दिया है कि बेहतर अध्यापन के लिये पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है। केंद्र सरकार क्वालिटी एजुकेशन के लिये प्राइवेट स्कूलोें को प्रोत्साहित करे। स्कूल संचालक सुशील मोदी, सत्यप्रकाश, अनिल अग्रवाल, महेश गुप्ता ने अहम सुझाव दिये।