Thursday, 12 December, 2024

ग्लोबल विजन से पहले लोकल रिसोर्सेज पर करें मंथन

कोटा में दो दिवसीय 13वीं इंटरनेशनल रिसर्च कॉन्फ्रेंस का भव्य समापन

न्यूजवेव@ कोटा

‘आज तेजी से विकास की अंधी दौड़ में नेशनल हाईवे, सडकें, बहुमंजिला इमारतें, उद्योग, बांध, खनन आदि कारणों से पर्यावरण, जल व प्रकृति के बीच असंतुलन दिखने लगा है। जलवायु परिवर्तन से वनस्पति व जीव प्रजातियां विलुप्त होने लगी है। ऐसे में सतत विकास के जरिये पर्यावरण व प्राकृतिक संसाधनों के बीच सेतु बनाने का प्रयास करें। स्थानीय संसाधनों के संरक्षण का ध्यान रखते हुये हमें पर्यावरण हितैषी विकास करना होगा।’ यह बात ओम कोठारी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, कोटा में 13वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में रविवार को मुख्य अतिथि यूआईटी सचिव आनन्दीलाल वैष्णव ने कही।

रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया, नईदिल्ली व वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ सांइस एंड टेक्नोलॉजी, केलिफोर्निया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में प्रतिभागियों ने स्मार्ट सिटी कोटा के लिये ग्रीन मार्केटिंग, वेस्ट मेनेजमेन्ट आदि विषयों पर शोध के जरिये उपयोगी सुझाव दिये।

मुख्य वक्ता श्रीराम रेयान्स के यूनिट हेड एवं वाइस प्रेसिडेंट वी.के. जेटली ने कहा कि सतत विकास के लिये ग्लोबल विजन से पहले हमें लोकल रिसोर्सेज पर भी मंथन करना होगा। एनर्जी रिसोर्सेस में नये रिसर्च हो रहे हैं, वैकल्पिक उर्जा स्त्रोंतों को महत्व दें। उन्होंने कहा कि हर डेवलपमेंट की शुरूआत खुद से करें। विशिष्ट अतिथि आईएसटीडी कोटा चेप्टर की चेयरपर्सन अनिता चौहान ने कहा कि रिसर्च द्वारा अनंत छिपी हुई संभावनाओं को बाहर लाया जा सकता है। अपने दृष्टिकोण को पॉजिटिव रखें। आज भूमिगत जल का दोहन कई गुना बढ चुका है। लेकिन बंजर भूमि को वनस्पति से आच्छादित करने के प्रयास नहीं हो रहे हैं।

समापन समारोह में प्रिंसिपल डॉ. गीता गुप्ता ने विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्रस्तुत रिसर्च पेपर्स का विवरण प्रस्तुत किया। कॉन्फ्रेंस में मीडिया पोषक या शोषक, वैश्वीकरण में व्यवसाय की भूमिका, महिलाओ में नेतृत्व शक्ति, जीएसटी का रिटेल सेक्टर पर प्रभाव, तनाव प्रबन्धन, कस्टमर परचेस बिहेवियर, लाइब्रेरी पर गूगल का प्रभाव, ग्रीन मार्केटिंग, हेरिटेज मेनेजमेन्ट, आईएलओ में अनऑर्गेनाइज्ड फीमेल लेबर की दशा, सोलिड वेस्ट मेनेजमेन्ट, डिजीटल, स्वच्छ भारत अभियान, ई-वेस्ट मैनेजमेन्ट, सेक्सुुअल हरेसमेन्ट एट वर्क प्लेस, भित्ति चित्रो में देवी अंकन, महिला सशक्तिकरण, पावर एनर्जी मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर पेपर प्रस्तुत किये गये।

कॉन्फ्रेंस सचिव प्रो.नयन गांधी ने बताया कि समारोह में मथुरादेवी ग्रुप ऑंफ इंस्टीट्यूट के डीन प्रो.अशोेक कुमार गुप्ता, रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया के चेयरमेन डॉं.सौरभ जैन सहित देश के कई शिक्षाविद व रिसर्च स्कॉलर मौजूद रहे। ओम कोठारी इंस्टीट्यूटस के ग्रुप निदेशक एवं कॉन्फ्रेंस कन्वीनर प्रो. अमितसिंह राठौड ने सभी अतिथियों एवं देश-विदेश के प्रतिभागियों का आभार जताया। कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत रिसर्च पेपर्स में से ज्यूरी बोर्ड ने आरटीयू में मैनेजमेंट की प्रो. मोनिका दुबे एवं जैन विश्व भारती लाडनू विश्वविद्यालय से डॉ. गीता पुनिया को सर्वश्रेष्ठ पेपर प्रजेन्टेशन के लिये सर्टिफिकेट से सम्मानित किया। सर्वश्रेष्ठ पोस्टर का पुरस्कार ओम कोठारी इंस्टीट्यूट की बीएड छात्रा अलका को मिला। संचालन प्रो.विजया सिंह एवं प्रो.प्रतीक गुप्ता ने किया।

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