Monday, 20 May, 2024

खुद से ही रखो अपना मुकाबला- जिला कलक्टर

-जिला कलक्टर ने मोशन एजुकेशन में कोचिंग स्टूडेंट्स को किया मोटिवेट

न्यूजवेव @ कोटा
जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने कहा कि किसी से अपनी तुलना नहीं करें। दो इंसान एक जैसे नहीं हो सकते, यहां तक की दो परमाणु भी एक जैसे नहीं होते हैं तो इंसान तो बहुत बड़ी बात है। खुद को लोगों से कंपेयर नहीं करें। सभी के हालत अलग-अलग हैं। इसलिए अपना मुकाबला खुद से ही रखो। दूसरों से अपनी तुलना मत करो।
जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने बुधवार को मोशन एजुकेशन द्रोणा कैम्पस में विद्यार्थियों से संवाद के दौरन उनके सवालों के जवाब दिए और उनके साथ अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान मोशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय, डायरेक्टर डॉ. स्वाति विजय, ज्वाइंट डायरेक्टर रामरतन द्विवेदी, डिप्टी डायरेक्टर निखिल श्रीवास्तव सहित सीनियर फेकल्टी भी मौजूद थे।
जिला कलेक्टर डॉ. गोस्वामी ने कहा कि कोटा में कोचिंग कर रहे विद्यार्थियों में सकारात्मकता लाने और उनको मोटिवेट करने के लिए जिला प्रशासन हर स्तर प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि डर हर किसी को लगता है। मुझे भी लगता है। आपको भी लगता होगा। किसी को फैलियर से डर लगता है, किसी को मृत्यु से डर लगता है। सबके अपने-अपने डर हैं। ईश्वर पर भरोसा रखें, वह हमें यहां तक लाया है, आगे भी ले जाएगा अपने डर के बारे में बात करें स्ट्रांग माइंड सेट रखें। हार ना मानें।
डॉ रविंद्र गोस्वामी ने सोशल मीडिया से सचेत रहने की सलाह देते हुए कहा कि अभी आपकी उम्र में और जिस लक्ष्य के लिए आप आए हैं, उस उद्देश्य में ये आपका दुश्मन है। आप जिस दिन कामयाब हो जाओगे, खूब फॉलोअर्स मिल जाएंगे। लेकिन अभी ये बाधा के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि हम वो करना चाहिए जो काम अच्छा महसूस करवाए। अच्छा काम करने के बाद उत्साह मिलता है। बुरा काम करके दिल पर बोझ महसूस होता है।

उन्होंने कहा कि हम एक घंटा रील देखने में बिताने के बाद जब सोचते हैं तो लगता है, एक घंटा खराब हो गया, इसलिए यह गलत है। मेरी सलाह है कि विद्यार्थियों को अपने मोबाइल फोन से सोशल मीडिया हटा ही देना चाहिए।
एक अन्य सवाल पर जिला कलेक्टर ने कहा कि नियमित और अनुशासित मेहनत से आप आसानी से सफल हो सकते हैं। रोजाना 7-8 घंटे पढ़ें और इसके अलावा जो आपको करना है करो। तनाव हावी नहीं हो, इसलिए अपने शौक जिंदा रखिए।

नोट्स कैसे बनाएं-

एक सवाल के जवाब में डॉ. गोस्वामी ने कहा कि नोट्स में लिखावट कम होनी चाहिए। नोट्स बनाने के लिए की ऐसे की वर्ड्स लिखो, जिसे देखते ही पढ़ा हुआ तुरंत याद आ जाए। ट्री, डायग्राम या ग्राफ्स कुछ भी ऐसी ट्रिक्स अपनाएं जो आपको सीखा हुआ याद दिला दे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा-आपने देखा होगा दिन में एक समय ऐसा होता है जब आप सबसे ज्यादा एनर्जेटिक महसूस करते हैं। हर व्यक्ति का एनर्जी टाइम अलग होता है। किसी को सुबह पढ़ना अच्छा लगता है तो किसी को देर रात जागकर पढ़ना अच्छा लगता है। आप तय करें कि आपको कब पढ़ना अच्छा लगता है जो भी आपका हाई एनर्जी वाला टाइम है, उसमें कठिन विषय पढ़ें तो समझना आसान रहेगा। पिछले साल के पेपर हल करें। भरोसा रखें सवाल वैसे के वैसे नहीं भी आए तो टॉपिक तो रिपीट होगा ही।

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