लाइव संवाद: सोशल मिडिया पर इंस्टा, ट्विटर आपके दुश्मन, इनसे बाहर निकलो
न्यूजवेव @कोटा
जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने कोचिंग विद्यार्थियों से लाइव संवाद करते हुये कहा कि मुझे कॅरिअर में पहले अटैम्प्ट में कोई सफलता नहीं मिली है। प्री-मेडिकल टेस्ट पीएमटी, प्री पीजी, एनडीए, यूपीएससी जैसे एग्जाम में पहली बार में मेरा सलेक्शन नहीं हो सका। सबके लिये दोबारा प्रयास किया। फिर सफल होकर डॉक्टर बना। मैं आईएएस बनने का सपना देखता था। लेकिन यूपीएससी में पहली बार अच्छी रैंक नहीं मिली। दूसरे प्रयास में सफल रहा तो एक कमरे में जाकर जोर से चिल्लाते हुये खुद से हाथ मिलाया। मैं पहला आईएएस हूं, जिसने खुद से ही हाथ मिलाया। किसी से तुलना नहीं की। इसलिये खुद का मुकाबला खुद से ही करो। परीक्षा देनी हो या रिजल्ट आये, ताना मारने वाले या प्रशंसा करने वालों से विचलित न होकर अपनी मंजिल की ओर चलते रहें। इससे कोई फर्क नहीं पडता है कि लोग क्या कह रहा है।
मैं न इंस्टा पर हूं, न ही ट्विटर पर, मैं सिर्फ यहां हूं
बुधवार को जिला कलक्टर एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट के जवाहर नगर कैम्पस में नीट-यूजी की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों से रूबरू हुये। उन्होंने कहा कि मैं न इंस्टा पर हूं, न ही ट्विटर पर, मैं सिर्फ यहां हूं। वो आभासी दुनिया है, जिससे कुछ नहीं मिलता है। आप जिस दिन कामयाब हो जाओगे फोलोअर्स खूब मिल जाएंगे। अभी ऐसे प्लेटफार्म बाधा के अलावा कुछ नहीं। इनसे बाहर निकलो। हम वो करें जो काम अच्छा हो, क्योंकि मनचाहा करने के बाद उत्साह मिलता है। नेगेटिव काम करके निराशा मिलती है। इंस्टा पर हम एक घंटा बिताने के बाद सोचते हैं कि हमारा कीमती एक घंटा खराब हो गया। इसलिए इसमें सुधार कर लें।
अपने शौक जरूर जिंदा रखिए
एक स्टूडेंट के सवाल पर डॉ. गोस्वामी ने कहा कि अपने शौक जरूर जिंदा रखिए। रोजाना कुछ समय खुद को दीजिए। जिस दिन टेस्ट होे उसके बाद अपने शौक को कुछ समय दें। रोजाना 7-8 घंटे पढ़ें और इसके अलावा जो आपको करना है करो। अनुशासित ढंग से रेगुलर मेहनत करने वाले अंत में सफल अवश्य होते हैं।
हम बेस्ट नोट्स कैसे बनाएं ? इस पर डॉ.गोस्वामी ने कहा कि अच्छे नोट्स बनाने के लिए टीचर्स से मदद लें। नोट्स में की-वर्ड्स लिखो ताकि देखते ही तुरंत याद आ जाए। सभी सब्जेक्ट के नोट्स एक ही जगह रखें। नोट्स में कम लिखें। ट्री, डायग्राम, एरो या ग्राफ्स जैसे ट्रिक्स आपको एग्जाम देते समय भी याद रहेंगे। कोचिंग स्टूडेंटस ने बताया कि जिला कलक्टर से मिलकर बहुत मोटिवेशन मिला है। वो भी हमारी तरह कोटा में मेडिकल स्टूडेंट रह चुके हैं। उनकी बातों से बहुत सीख मिली है।