पीएनजी कोरिडोर – स्मार्ट सिटी में क्लीन एनर्जी नेटवर्क के लिए कोटा, जयपुर, अजमेर व उदयपुर में गैस यूटिलिटी कोरिडोर की योजना। कोटा में बारां रोड पर कंजनजंगा सोसायटी में डीआरएस स्किड लगाने के विरोध से आपूर्ति थमी। मेकोन कंपनी ने दावा किया- पीएनजी सप्लाई पूरी तरह सुरक्षित।
अरविंद
न्यूज वेव @ कोटा
कोटा शहर में पाइपलाइन से घरेलू गैस (पीएनजी) मुहैया कराने के लिए मेकोन कंपनी द्वारा पहला डिस्ट्रिब्यूशन रेगुलेटरी सिस्टम (डीआरएस) बारां रोड पर लगाया गया लेकिन कुछ उपभोक्ताओं के विरोध के कारण 2 माह से यह काम ठप हो गया। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में 5 हजार वर्गमीटर प्रतिघंटा क्षमता वाले पीएनजी स्किड से 3 हजार घरों में गैस सप्लाई की जाएगी। शहर में लगने वाले ऐसे एक स्किड से 10किमी की रेंज में 4000 से अधिक घरों में पाइपलाइन से गैस पहुंचेगी। यह सुविधा मिलने पर जनता को सस्ती घरेलू गैस मिलने लगेगी।
गैस कंसलटेंसी कंपनी मेकोन के उप महाप्रबंधक एके सिल ने बताया कि इससे पूर्व दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बड़ोदरा, पुणे व लखनऊ जैसे बड़े शहरों में पीएनजी गैस सप्लाई की जा रही है। पीएनजी स्टीम लाइन से 4 किग्रा के उच्चदबाव से सप्लाई होती है, लेकिन गैस लाइन में आने पर पीएनजी का प्रेशर 21 मिलीग्राम रह जाता है। डिस्ट्रिब्यूशन रेगुलेटरी सिस्टम (डीआरएस) में यह ठंडी गैस पूरी तरह सुरक्षित है।
10 रू.प्रति किग्रा सस्ती होगी पीएनजी
उन्होंने बताया कि शहरवासियों को मौजूदा सब्सिडी आधारित गैस सिलंडर 506 रू. में मिलता है, जिसमें 14.2 किग्रा घरेलू गैस होती है। इसकी लागत 36 रू. प्रति किग्रा है जबकि पीएनजी गैस 26.25 रू. प्रति किग्रा की दर से मिलेगी। यानी लगभग 10 रू. प्रति किग्रा गैस सस्ती मिलने से नागरिकों को प्रतिमाह 135 रू. का लाभ होगा। इसके कनेक्शन के लिए नाॅर्मल स्कीम में 5500 रू सिक्योरिटी राशि ली जाती है, जबकि अफोर्डेबल मकानों के लिए फ्लेक्सी स्कीम में केवल 500 रू सिक्यूरिटी राशि ली जाएगी, जो रिफंडेबल होगी।
राजस्थान स्टेट गैस लिमिटेड (आरएसजीएल) के प्रबंध निदेशक रवि अग्रवाल ने बताया कि कोटा व बारां में पीएनजी गैस सप्लाई कोरिडोर को मुंबई से जोड़ने की योजना है। इससे जिले में इंडस्ट्रियल क्लस्टर डेवलप होंगे। मुख्यमंत्री वसुधरा राजे की घोषणा के बाद स्मार्ट सिटी में क्लीन एनर्जी नेटवर्क के लिए कोटा, जयपुर, अजमेर व उदयपुर में गैस यूटिलिटी कोरिडोर की योजना है।
इसके तहत कंपनी ने जून, 2016 में दिल्ली से जयपुर तक प्रथम सीएनजी कोरिडोर परियोजना पूरी की। दूसरी परियोजना नीमराना के पास गिलोत में गैस सप्लाई करने के लिए 15 नवंबर 2017 को शुरू की। इसके बाद, तीसरी परियोजना कोटा में घरेलू, व्यवसायिक, कॉमर्शियल, इंडस्ट्रियल व परिवहन के लिए पीएनजी उपलब्ध कराने के लिए 15 फरवरी,2018 बारां रोड़ स्थित कंजनजंगा सोसायटी में स्किड स्थापित कर प्रारंभ की। लेकिन सोसायटी में कुछ नागरिकों की सुरक्षा संबंधी आशंकाओं के कारण यह काम 2 माह से रूका हुआ है।
आरएसजीएल के चीफ मैनेजर (परियोजना) रामकल्याण मीणा के अनुसार, हाल में कोटा स्थित सेना की टाउनशिप में इसी क्षमता का डीआरएस सिस्टम लगाने का निर्णय लिया गया, जिससे सेना की मैस और 2800 घरों में गैस सप्लाई होगी। यूआईटी के मास्टरप्लान में आरएसजीएल ने सभी कॉमर्शियल, इंडस्ट्रियल व घरेलू ग्राहकों का ब्ल्यू प्रिंट लिंक किया है।
4 साल में घर-घर पहुंचाने का दावा
डीजीएम एसडी वर्मा ने बताया कि इसके बाद अगले 4 वर्षों में शहर के प्रत्येक घर, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों व उद्योगों को पीएनजी से आपूर्ति संभव हो सकेगी। कंपनी द्वारा कंचनजंगा सोसायटी को 7 हजार रु. प्रतिमाह किराया एवं 8 हजार रु. प्रतिमाह सुरक्षा के लिए देने पर सहमति हुई। लेकिन कुछ नागरिकों द्वारा विरोध करने पर गैस सप्लाई बाधित हो गई। जबकि अन्य शहरों में संबंधित कंपनी डीआरएस लगाने के लिए किराया व सुरक्षा खर्च नहीं देती है।
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