न्यूजवेव @ नई दिल्ली
द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के ‘दीक्षांत समारोह-2019‘ में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट्स (CA) की देश के आर्थिक विकास में अहम भूमिका है। सीए देश में ‘अर्थशास्त्र के पंडित‘ की तरह गहराई से कार्य करते हैं और आर्थिक अनुशासन की पंरपरा को मजबूत बनाते हैं।
बिरला ने उम्मीद जताई कि देश के CA अपना दायित्व निर्वहन करते हुये राष्ट्र निर्माण में अपना विशेष योगदान देंगे। उन्होंने सभी नए युवा CA को बधाई देते हुए बताया कि उनकी बेटी भी सीए है। इसलिये वे अच्छी तरह जानते हैं कि इस परीक्षा में सफल होने के लिए कितने कठिन परिश्रम व समर्पण की आवश्यकता होती है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि CA फाइनल परीक्षा देश में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। उन्होंने सफल सीए स्टूडेंट्स के अनवरत कठिन परिश्रम और धैर्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश में वित्तीय प्रशासन में आईसीएआई ने ईमानदारी व निष्ठा के उंचे मानक स्थापित किये हैं। इतने वर्षों में आईसीएआई पर परीक्षाओं की पारदर्शिता पर कभी कोई सवाल नहीं उठा है। देश के आर्थिक विकास में उनका योगदान प्रशंसनीय है।
इकोनॉमी में आएगी डिजिटल क्रान्ति
डिजिटल क्रान्ति से बढते अवसरों पर बिरला ने कहा कि युवा CA को इकोनॉमी में डिजिटल क्रान्ति की क्षमताओं का उपयोग करना चाहिए। CA नवाचार पर भी फोकस कर रहे हैं।
बिरला ने बताया कि केंद्र सरकार ने अगले 5 वर्ष में भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का दूरगामी लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होगी। आज दुनिया में भारतीय युवा अपनी प्रतिभा, दक्षता, नॉलेज पॉवर व समर्पण के लिये जाने जाते हैं। भारत के नवनिर्माण में उनकी भूमिका सबसे अहम रहेगी।
ICAIअध्यक्ष सीए प्रफुल्ल पी. छाजेड़ ने स्वागत भाषण में कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की राजनीतिक यात्रा युवाओं को प्रेरणा देती है। उनके सकारात्मक नेतृत्व से लोकतंत्र की जडे़ और मजबूत होंगी। समारोह में सफल सीए को उपाधियां वितरित की गईं। इस मौके पर देशभर से आये वरिष्ठ सीए मौजूद रहे।