राजभवन को बंधक बनाना चाहते हैं गहलोत-मदन दिलावर
न्यूजवेव @ कोटा
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों द्वारा राजभवन में धरने पर बैठने पर कडा विरोध जताया है। उन्होंने इसे सुनियोजित रणनीति बताते हुए कहा कि यह कांग्रेस की राजभवन को बंधक बनाने की चाल हैं।
दिलावर ने कहा कि राज्यपाल राजस्थान में संविधान के मुखिया है। ऐसे में विधायकों का जबरन राजभवन में धरने पर बैठना और राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यह कहना कि ‘गहलोत तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ है‘ इस बात को इंगित करता है कि संविधान को प्रदेश में खतरा उत्पन्न हो गया हैं। गहलोत का यह कहना कि प्रदेश की जनता राजभवन को घेरेगी ओर कोई घटना घटी तो मेरी जिम्मेदारी नहीं होगी। इसका सीधा मतलब यही है कि गहलोत प्रदेश की जनता को भी उकसा रहे हैं। ऐसे में संविधान की रक्षा के लिए संवैधानिक मुखिया राज्यपाल की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है इसलिए केंद्र सरकार तत्काल केन्द्रीय सुरक्षा बल के जरिये राजभवन को सुरक्षा प्रदान करें।
दिलावर ने मांग की है कि पुलिस महानिदेशक, राजस्थान स्वयं संज्ञान ले ओर एफआईआर दर्ज करें। कांग्रेसी विधायको का मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिना किसी पूर्व सूचना के राजभवन में बैठना ओर संघर्ष की चुनौती देना भारतीय संविधान को चुनौती हैं। उन्हांेने मांग की है कि राजभवन में धरने पर बैठे सभी विधायको के खिलाफ राजकार्य में बाधा ओर संविधान को चुनौती देने वाली विभिन्न धाराओं में मुकदमें दर्ज किये जावें।
उन्होंने सवाल उठाया कि अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री हैं। वे खुद इतने घबराये हुए क्यों है? आराम से सरकार चलाये उनसे कौन कह रहा है कि आप दड़बे में बंद रहो ओर विधायको को बंधक बनाओ? गहलोत से प्रदेश की कानून व्यवस्था, अपराध ओर कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से स्थिति संभल नहीं रही है इसलिए अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहे है और अब तो वे राजभवन को निशाना बना रहे हैं।
दिलावर ने आरोप लगाया कि गहलोत द्वारा बंधक बनाये विधायको में से 2-3 उम्रदराज विधायक बीमार है उन्हें सांस लेने में तकलीफ है जो कि कोरोना (कोविड-19) संक्रमित होने का संकेत है। ऐसे में विधायकों और उनकी तीमारदारी में लगे प्रशासनिक अमले में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ हैं।
बसपा के विलय को हाईकोर्ट में चुनौती
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने शुक्रवार को हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर बसपा के सभी 6 विधायको के कांग्रेस में विलय को असंवैधानिक करार देते हुए विलय रद्द करने की गुहार लगाई हैं।
दिलावर ने बताया कि बसपा के कांग्रेस में विलय को चुनौती देते हुए विधानसभा अध्यक्ष को याचिका प्रस्तुत की गई थी जिसमें विलय को गलत बताते हुए निरस्त करने की मांग की थी परन्तु 130 दिन की अवधि हो जाने के बावजूद विधानसभा अध्यक्ष ने इस याचिका पर कोई कार्यवाही नहीं की है जिस पर मजबूर होकर दिलावर ने हाईकोर्ट की शरण ली हैं। हाईकोर्ट सोमवार को इस मामले में सुनवाई करेगा।
राजभवन की सुरक्षा के लिए केन्द्रीय बल भेजने की मांग
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