स्टार्टअप ‘Wheels Eye’ एआई तकनीक से गलत कटौती का पता लगायेगा
यतींद्र जैन
न्यूजवेव @ कोटा
ट्रकिंग टेक्नोलॉजी स्टार्टअप ‘व्हील्स आई’ ने IDFC बैंक के साथ मिलकर गलती से टोल पर फास्टैग कटौती के लिए तुरंत अलर्ट मेसेज और फटाफट पैसे वापस करने की सुविधा शुरू की है।
इस सुविधा से अब उन लाखों ट्रक मालिकों को मदद मिलेगी जो अतिरिक्त टोल कटौती का सामना कर रहे थे। व्हील्स आई का आधुनिक फास्टैग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस प्रणाली का उपयोग कर गलत टोल कटौती का ऑटोमेटिक पता लगाएगा और 3 से 7 दिनों के भीतर पैसा वापस करेगा। इससे पहले शिकायत दर्ज करने के बाद इस प्रक्रिया में 30 दिन लग जाते थे।
रोजाना 70 करोड़ का टोल टेक्स
एक रिपोर्ट के अनुसार, रोजाना लगभग 70 करोड़ रुपये टोल का भुगतान फास्टैग से होता है, जिसमें से लगभग 60 करोड़ रुपये केवल कमर्शियल ट्रक वाहन मालिकों द्वारा दिया जाता है। व्हील्स आई द्वारा किए गए ताजा सर्वे के अनुसार, रोजाना टोल प्लाजा पर 3 प्रतिशत मामलों में गलती से ज्यादा टोल काटा लिया जाता है। ज्यादातर ट्रक मालिक फास्टैग सिस्टम की इस त्रुटि का खामियाजा भुगत रहे हैं। परेशानी तब और बढ़ जाती है जब गलत टोल कटने पर भी कोई सुनवाई नहीं होती। व्हील्स आई से ट्रक मालिकों को इस परेशानी से निजात मिल सकेगी।
व्हील्स आई के प्रवक्ता सोनेश जैन ने कहा कि टोल संग्रह तकनीक में छोटी-मोटी गलतियां आती रहती है। इसका खामियाजा ट्रक मालिकों को बेवजह भुगतना पड़ता है। व्हील्स आई का लक्ष्य ट्रकों के मालिकों की फास्टैग परेशानियों को कम से कम करना है। इसके लिए व्हील्स आई की टीम ने ट्रक मालिकों, NPCI और IDFC बैंक के साथ मिलकर स्वतः और जल्द पैसा वापस करने की पूरी प्रक्रिया को सिर्फ 3 से 7 दिन में कर दिया है।
उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2021 के अंत तक व्हील्स आई देश की सबसे बडी फास्टैग सेवा प्रदाता बनने की उम्मीद है। व्हील्स आई टेक्नोलॉजी लॉजिस्टिक स्टार्टअप है, जिसका मुख्य उद्देश्य ट्रक मालिकों को तकनीकी सहायता प्रदान कर उनकी परेशानियों को कम करना है। इस समय व्हील्स आई भारत में 10 लाख से अधिक ट्रक मालिकों की मदद कर रहा है और देश के सभी ट्रक मालिकों के लिए GPS उपकरण, GPS सॉफ्टवेयर्स, फास्टैग मैनेजमेंट, डीजल पर कैशबैक, रिटर्न लोड और कम समय के लिए क्रेडिट के अलावा कई अन्य सुविधा प्रदान करता है। डाटा के अनुसार, व्हील्स आई पूरे फास्टैग वॉल्यूम का 10 प्रतिशत मैनेज करता है, जो कि इसे फास्टैग भुगतान के 3 सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक बनाता है।