Thursday, 12 December, 2024

स्टार्टअप में साझेदारी से कमाएं पैसा

ISTD कोटा चेप्टर की स्टार्टअप निवेश सेमिनार में 50 से अधिक आंत्रप्रिन्योर ने भाग लिया
 न्यूजवेव@ कोटा

आईएसटीडी कोटा चेप्टर व ओम कोठारी ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के तत्वावधान में शुक्रवार को ओम कोठारी सभागार में स्टार्टअप सेमीनार व निवेशक मीट आयोजित की गई। मुख्य वक्ता वेंचर केटेलिस्ट,मुंबई के निदेशक नीरज त्यागी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करते समय प्रॉडक्ट की वैल्यूएशन पर फोकस नहीं करें। आंत्रप्रिन्योर पहले पैसा नहीं, अपनी टीम के साथ सही टाइअप करके कदम आगे बढ़ाये। स्टार्टअप की अगली ग्रोथ कोटा जैसे छोटे शहरों से अधिक होगी क्योंकि यहां भरपूर टेलेंट है।

उन्होने आंत्रप्रिन्योर से सवाल-जवाब सत्र में कहा कि इन दिनों स्वास्थ्य, शिक्षा, बैंक, मीडिया, होटल, फूड, रियल एस्टेट व आईटी जैसे क्षेत्रों में चीन के निवेशक भारतीय स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं। भारत में आईआईटीयन, इंजीनियर्स, डॉक्टर्स, सीए व टेक्नोक्रेट स्टार्टअप के जरिये नए बिजनेस में तेजी से कदम रख रहे हैं। प्रत्येक आंत्रप्रिन्योर अपने बिजनेस मॉडल, सर्विस तथा तेज ग्रोथ से अच्छी कंपनियों से निवेश प्राप्त कर सकते हैं। आज देश में परंपरागत बिजनेस में ग्रोथ की गति बहुत धीमी है जबकि स्टार्टअप में डिजिटल प्लेटफॉर्म व टेक्नोलॉजी से 1 वर्ष में 10 गुना ग्रोथ अर्जित कर सकते हैं।
एक सवाल के जवाब में त्यागी ने कहा कि अपनी बिजनेस एप्रोच बदलें। नये आंत्रप्रिन्योर कोर टीम को जोडकर पार्टनरशिप विकसित करें, जिससे निवेश की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। सोशल मीडिया पर अपने बिजनेस को प्रजेंट करें। एक फिटर, इलेक्ट्रीशियन, मिस्त्री या कारपेंटर को आप कार्पाेरेट सेक्टर में जॉब दिलाएं, ऐसे बिजनेस मॉडल बनाएं।
एक व्यक्ति भी बना सकता है कंपनी 


अध्यक्षता करते हुये एसएसआई के संस्थापक सदस्य गोविंद राम मित्तल ने कहा कि स्टार्टअप सभी वर्गो के लिये अवसरों से भरा है। केद्र सरकार की स्टार्टअप योजना से अब एक व्यक्ति भी कंपनी बना सकता है। सरकार ने 10 हजार करोड़ रू. का फंड स्टार्टअप इंडिया के लिये आवंटित किया है, युवा इसका लाभ उठायें। उनको 3 वर्ष तक केपिटल गेन व आयकर से भी छूट दी गई है।
आईएसटीडी की चेयरपर्सन अनिता चौहान ने कहा कि कोटा युवाओं की धरती है। यहां स्टार्टअप में निवेश की जानकारी देने के लिये पहली सेमीनार आयोजित की गई। स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिये सही जानकारी के साथ मजबूत फ्रेमवर्क जरूरी है। ओम कोठारी इंस्टीट्यूट के निदेशक अमित सिंह राठौड़ ने कहा कि संस्थान में स्टार्टअप में रूचि रखने वाले युवाओं की गाइडेंस के लिये प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है।
डीएलसीएल से रिटायर्ड वाइस प्रेसीडेंट केएम टंडन ने कहा कि आज सही जानकारी नहीं मिलने से 90 प्रतिशत स्टार्टअप असफल हो रहे हैं। इसके लिये बिजनेस एप्रोच को पॉजिटिव बनाएं। इस मौके पर रियल स्टेट से डीएन नैनानी, डॉ.एमएल अग्रवाल, हैप्पीनेस कोटा टीम के सिद्धार्थ जैन, प्रो. पीके शर्मा, अरूण कुमार त्यागी सहित कई प्रबुद्ध नागरिक, आईआईटीयन, इंजीनियर्स व युवा आंत्रप्रिन्योर मौजूद रहे। संचालक सीए वीनस माहेश्वरी ने किया।

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