18 जून को नेहरू मेमोरियल, दिल्ली में स्टार्टअप इंडिया के ग्रेंड फिनाले में अंतिम टॉप-5 स्टार्टअप चुने जाएंगे
न्यूजवेव@ कोटा
देश के 10 हजार से अधिक स्टार्टअप ने इन्वेस्ट इंडिया की फ्लैगशिप पहल ‘स्टार्टअप इंडिया’ के लिये आवेदन किया था, जिसमें से पहले राउंड में शीर्ष-30 स्टार्टअप को चुना गया। उसके बाद शीर्ष-25 स्टार्टअप का आंकलन किया गया। अब देश के टॉप-10 स्टार्टअप को सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें मेडकॉर्ड्स हैल्थकेअर भी शामिल है। सबसे उपयोगी एवं लोकप्रिय स्टार्टअप हैं- ग्रामोफोन, स्क्वाट्स, मल्टीभाषी, जेविस, माय क्रोप, मेडकॉर्ड्स व फेब्रिक मोंडे शामिल हैं। देश के शीर्ष पांच स्टार्टअप विजेताओं को 1.5 करोड़ से अधिक राशि के पुरस्कार दिये जायेंगे।
देश के नवनिर्माण में लघु उद्यमियों को बढावा देने के उद्देश्य से इन्वेस्ट इंडिया की फ्लैगशिप पहल ‘स्टार्टअप इंडिया’ ने वाट्सअप के साथ साझेदारी की है। वाट्सअप ने उन युवाओं को चुनौती दी है जो नवाचार के साथ ऐसा मॉडल बना रहे हैं जो भारत के नवनिर्माण में सहयोग होगा। इस मुहिम में स्वास्थ्य की देखभाल, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, वित्तीय व डिजिटल आधारित एजुकेशन व नागरिक सुरक्षा के स्टार्टअप शामिल किये गये हैं।
संस्थापक निदेशक साइदा धनावत, निखिल बाहेती एवं श्रेयांस मेहता ने बताया कि राजस्थान से इकलौते स्टार्टअप का टॉप-10 में चयन राज्य एवं कोटा शहर के लिये गौरवपूर्ण उपलब्धि है। मेडकॉर्ड्स को अक्टूबर,2018 में टॉप-30, शहरी विकास मंत्रालय से स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोटा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बेहतर इनोवेशन के लिये पुरस्कृत किया गया था।
इस स्टार्टअप के माध्यम से अब तक 7.5 लाख नागरिक अपने हैल्थ रिकॉर्ड को डिजिटल करवा चुके हैं। प्रतिमाह शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 2 लाख से अधिक रोगी डिजिटल हैल्थ कुंडली बनवाकर इसका लाभ उठा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोटा के दो युवा इंजीनियर श्रेयांस मेहता, निखिल बाहेती तथा तेलंगाना के साईदा धनावत ने 2018 में टीमवर्क से इसकी शुरूआत की थी। दो वर्ष में राज्य के कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, टोंक व भीलवाड़ा के सुदूर क्षेत्रों तक इसकी पहुंच हो चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री वसंुधरा राजे ने मेडकॉर्ड्स को भामाशाह टेक्नो हब फंड से सहयोग किया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इसकी सामाजिक उपयोगिता में इसकी भूमिका को सराहा। क्लाउड कम्यूटिंग व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक से सभी रोगियों को हैल्थ रिकॉर्ड को सस्ता, सुलभ व सुरक्षित बनाया गया है।
मेहता ने बताया कि मेडकॉर्ड्स अब तक 2 हजार से अधिक मेडिकल स्टोर व 1 हजार डॉक्टर्स जुड़ चुके हैं। यह 200 से अधिक युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध करवा रहा है। इसमें प्रत्येक रोगी का स्वास्थ्य डाटा गोपनीय व सुरक्षित रखा जाता है। ़