Monday, 29 December, 2025

कविताओं में होगा अब विज्ञान

नवनीत कुमार गुप्ता

न्यूजवेव नईदिल्ली

विज्ञान के प्रसार—प्रसार के लिए समर्पित संस्था ‘विज्ञान प्रसार’ विगत 30 वर्षों से विभिन्न जनसंचार माध्यमों से जनमानस तक विज्ञान की जानकारी पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इस साल के 15 जनवरी को दूरदर्शन के साथ मिलकर विज्ञान प्रसार द्वारा डीडी—साइंस नाम से सोमवार से शनिवार रोजाना शाम 5 से 6 बजे तक विज्ञान कार्यक्रमों का प्रसारण दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल पर किया जा रहा है। इसी कड़ी में विज्ञान प्रसार द्वारा अब कविताओं पर आधारित कवि सम्मेलन की योजना बनायी गयी है। इस संबंध में 23 जुलाई को नयी दिल्ली में विज्ञान प्रसार के पृथ्वी भवन स्थित कार्यायल में एक एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें शामिल वरिष्ठ साहित्सकारों एवं कवियों ने इस कार्यक्रम की रूपरेखा पर चर्चा की।

विज्ञान प्रसार की योजना है कि डीडी—साइंस (https://www.indiascience.in/) पर प्रसारण के बाद कवि सम्मेलन को विज्ञान प्रसार के साइंस वेब चैनल इंडिया साइंस पर भी डाला जाएगा ताकि इसे कभी भी देखा जा सके।

विज्ञान गीतों पर आधारित इस नए कार्यक्रम को ‘विज्ञानिका’ नाम दिया गया है। इसके लिए पूरे देश से विज्ञान कविताओं को आमंत्रित किया गया है। आशा है, जल्दी ही यह कार्यक्रम आप तक गीतों-कविताओं के माध्यम से विज्ञान को रोचक अंदाज में प्रस्तुत करेगा।

भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत कार्यरत संस्था  का यह प्रसास सराहनीय है क्योंकि कविताओं के माध्यम से हम जल्द किसी व्यक्ति से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं। कविता में कम शब्दों में जो बात ​कह दी जाती है वह काफी समय त​क हमारे मन में जमीं रहती है। हमारे साहित्य में भी अनेक प्रसंद है जहां विज्ञान कविताओं के माध्यम से प्रचारित हुआ है लेकिन दृश्य माध्यम के रुप में यह पहला प्रयास होगा।

अगर आपका भी विज्ञान-मन है और आप विज्ञान की बातें कविता और गीत में लिख सकते हैं तो आप अपनी रचनाएं kapiltripathi@gmail.com पर 10 अगस्त 2019 तक भेज सकते हैं। चुनी हुई रचनाएं ‘विज्ञानिका’ में शामिल की जाएंगी जिनका प्रसारण विज्ञान प्रसार द्वारा डीडी साइंस पर किया जाएगा।

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