NEET-UG,2025

4 मई 2025 को होने वाली NEET सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि आपके सपनों की उड़ान का पहला पंख है। शिक्षा की काशी कोटा में रहकर आपने अपनी मेहनत की गाथा लिखी है, और अब समय है उस गाथा को विजय के रंग में रंगने का। आपने रातों की नींद, दिन का चैन, और हर छोटी-बड़ी खुशी को अपने चिकित्सक बनने के सपने के लिए समर्पित किया। अब बस वो आखिरी कदम बाकी है, जो आपको अपने सपनों की मंजिल सफेद कोट और डॉक्टर बनाने के प्रथम पायदान तक ले जाएगा।
NEET प्रश्नपत्र में हर सेक्शन का समय चेक करें – फिजिक्स में 45 मिनट, केमिस्ट्री में 45 मिनट, और बायोलॉजी में 1 घंटा। गलत उत्तरों को हाईलाइट करें और उनकी जड़ तक जाएं, यही आपकी ताकत बनेगा। अपने शॉर्ट नोट्स, फॉर्मूले, डायग्राम्स और कीवर्ड्स को आखिरी बार दोहराएं। बायोलॉजी के NCERT डायग्राम्स, केमिस्ट्री के फॉर्मूले जैसे मोल कॉन्सेप्ट और ऑर्गेनिक रिएक्शन्स, और फिजिक्स के की-कॉन्सेप्ट्स जैसे न्यूटन के नियम और इलेक्ट्रोस्टैटिक्स को रिवाइज करें। रंगीन पेन से हाईलाइट करें, क्योंकि दिमाग उसे जल्दी याद रखता है।
NEET परीक्षा से पहले 7-8 घंटे की नींद और हल्का, पौष्टिक भोजन लें। यह आपका शारीरिक और मानसिक ईंधन है। दाल, रोटी, हरी सब्जियां, फल और पानी को प्राथमिकता दें। चाय-कॉफी और तैलीय भोजन से बचें। रात को सोने से पहले 5 मिनट गहरी सांस लें, यह नींद को गहरा करता है। परीक्षा के दिन और उससे पहले 5-10 मिनट ध्यान या प्राणायाम करें। अनुलोम-विलोम या भ्रामरी प्राणायाम करें। “ॐ” का उच्चारण भी दिमाग को शांत करता है। यह तनाव कम करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है। परीक्षा हॉल में अगर घबराहट हो, तो 10 गहरी सांसें लें, सब शांत हो जाएगा।
“मैं कर सकता हूँ” – यह वाक्य आपका मंत्र बने। तनाव एवं नकारात्मक विचारों को अलविदा कह दे। अपनी मेहनत को याद करें। हर मॉक टेस्ट, हर रात का जागरण – यह सब आपकी ताकत है। परीक्षा हॉल में मुस्कुराएं, यह दिमाग को सकारात्मक ऊर्जा देता है। परीक्षा में हर प्रश्न को हल करना जरूरी नहीं। स्मार्ट बने, सुपरफास्ट नहीं। पहले आसान प्रश्न हल करें, फिर मध्यम, और आखिर में कठिन। अगर कोई प्रश्न 2 मिनट से ज्यादा ले रहा है, तो उसे मार्क करें और आगे बढ़ें। बायोलॉजी में NCERT ही आपका ब्रह्मास्त्र है। हर लाइन, हर डायग्राम को अपना दोस्त बनाएं।
शिक्षा नगरी कोटा एक करिश्माई शहर है, जो तपस्या, जिद और जुनून से आपको इस परीक्षा में विजयी बनाने में सहायक सिद्ध होगा। जोश ना ठंडा होने पाए, आत्मविश्वास रखकर चल, मंजिल तेरे पग चूमेगी – आज नहीं तो कल! आप केवल NEET नहीं दे रहे, आप एक चिकित्सक बनने की दिशा में पहला कदम रख रहे हैं। आप सफल होकर सफेद कोट पहनकर चिकित्सक के रूप में पीड़ित मानवता के रक्षक बनें ।
डॉ. सुरेश पाण्डेय (MS, PGIMER Chandigarh, Ant. Seg. Fellowship, USA)
डॉ. विदुषी शर्मा (MD, AIIMS, New Delhi, FRCS, UK)
सुवि आई हॉस्पिटल, कोटा