Wednesday, 7 May, 2025

80 चैम्पियन विद्यार्थियों को 41.50 लाख के नकद पुरस्कार

एलन चेम्पियन्स डे-2019 समारोह में मेडल, ट्रॉफी व नकद पुरस्कारों से प्रतिभाओं को मिला राष्ट्रीय सम्मान
न्यूजवेव @ कोटा
एलन कॅरिअर इंस्टीट्यूट द्वारा छठे चैम्पियंस डे-2019 के भव्य समारोह में देश के 80 होनहार विद्यार्थियों को मेडल, ट्रॉफी व आकर्षक नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। जवाहर नगर स्थित एलन समुन्नत कैम्पस के समरस ऑडिटोरियम में कक्षा-3 से 10वीं तक चयनित विद्यार्थियों को 41.50 लाख के नकद पुरस्कार व हर क्लास के टॉप-3 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल व अन्य को सिल्वर मेडल तथा चैम्पियन्स ट्रॉफी दी गई। समारोह में इंटरनेशनल ओलम्पियाड में भारत का नाम रोशन करने वाले एलन विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक गोविंद माहेश्वरी के समधुर भजनों पर विद्यार्थी एवं अभिभावक मंत्रमुग्ध हो उठे। सरगम समूह तथा एईसीडी स्टूडेंट्स ने मनोहरी प्रस्तुतियां दी। मुख्य अतिथि सीएफसीएल के वाइस प्रसीडेंट यू.आर.सिंह ने कहा कि प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच पर सम्मान देना कोटा की खूबी है। विशिष्ट अतिथि एवरेस्ट फतह करने वाली दिव्यांग पर्वतारोही पद्मश्री अरूणिमा सिन्हा, फॉर्ब्स सूची में शामिल किशोर आंत्रप्रिन्योर 13 वर्षीय तिलक मेहता रहे। गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने वाले तबला वादक तृप्तराज पांडया, नन्ही सुपर डांसर रूपसा बताबयाल ने आकर्षक प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर योग गुरू छोटी गुरू मां ने विद्यार्थियों को खुद को समझने और योग की शक्ति से खुद को मजबूत बनाये रखने के मंत्र सिखाये। समारोह में निदेशक गोविन्द माहेश्वरी, राजेश माहेश्वरी व नवीन माहेश्वरी ने एलन चैम्प विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया।
दिव्यांगों की ताकत बनना चाहती हूं

एवरेस्ट फतह करने वाली दिव्यांग पर्वतारोही पद्मश्री अरूणिमा सिन्हा ने कहा कि यदि हम हौसला रखें तो कोई हमें हरा नहीं सकता। हमारी कमजोरी ही हमारी ताकत बन सकती है। बड़े लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी़ मेहनत करें। मैंने माउंट एवरेस्ट के साथ सातो महाद्वीपों की चोटियां पर चढ़ाई की। मुझे हिम्मत मेरी मां से मिलती है, जिन्होंने पिता के निधन के बाद हमारी परवरिश की। अब मैं दिव्यांगों की ताकत बनना चाहती हूं। भारत में ऐसी एकेडमी खोलना चाहती हूं जहां दिव्यांगों को पूरी आजादी हो, उन्हें आगे बढने के लिये हर सुविधा मिले। मेरी बायोपिक पर काम चल रहा है, जल्द ही मेरी कहानी बॉलीवुड के पर्दे पर नजर आएगी।
ये बने एलन चैम्प
कक्षा 3 में प्रत्युष महोन्ति, कक्षा 4 में अद्रिका सार, कक्षा 5 में महरूफ अहमद खान, कक्षा 6 में दर्श केडिया, कक्षा 7 में मन्नत बिन्द्रा, कक्षा 8 में प्रियंका सार, कक्षा 9 में ओमप्रकाश बेहेरा तथा कक्षा 10 में मिहिर कोठारी ने विभिन्न राउण्ड में बेहतर प्रदर्शन के बाद रैंक-1 प्राप्त की और एलन चैम्प बने। इसके साथ ही कक्षा 3 में आरव अनिल राव, कक्षा 4 में यश कुमार, कक्षा 5 में कानव तलवार, कक्षा 6 में आदित्य नायक, कक्षा 7 में आर्यन दास, कक्षा 8 में यश मिश्रा, कक्षा 9 माहित राजेश घडीवाला तथा कक्षा 10 में पार्थ हिमांशु पटेल द्वितीय स्थान पर रहे। इसी तरह कक्षा 3 में आरव विजय, कक्षा 4 में आदि पारख, कक्षा 5 में मसरूर अहमद खान, कक्षा 6 में अरनव निगम, कक्षा 7 में अनिश सिंह, कक्षा 8 में अरमान प्रतीक, कक्षा 9 में शीतल तथा कक्षा 10 में ध्येय धर्मेन्द्र तीसरे स्थान पर रहे।
चैम्पियंस को 41 लाख 50 हजार के पुरस्कार
एलन चैम्प रैंक-1 पर कक्षा 3 से 7 तक के विद्यार्थियों को 1 लाख रूपए नकद, 15 ग्राम गोल्ड मेडल, चैम्पियंस ट्रॉफी दी गई। इसके साथ ही कक्षा 8 से 10 तक के टॉप चैम्पियन स्टूडेंट्स को 2 लाख का नकद पुरस्कार 15 ग्राम का गोल्ड मेडल, चैम्पियंस ट्रॉफी दी गई। रैंक-2 पर रहने वाले कक्षा 3 से 7 तक के विद्यार्थियों को 75 हजार रूपए, 10 ग्राम का गोल्ड मेडल, चैम्पियंस ट्रॉफी तथा कक्षा 8 से 10 तक के विद्यार्थियों को 1.50 लाख रूपए नकद, 10 ग्राम गोल्ड मेडल, चैम्पियंस ट्रॉफी दी गई। रैंक-3 पर चयनित कक्षा 3 से 7 तक के स्टूडेंट्स को 50 हजार रूपए नकद, 5 ग्राम गोल्ड मेडल, चैम्पियंस ट्रॉफी तथा कक्षा 8 से 10 तक एसीआर-3 से 10 तक प्रत्येक कक्षा के विद्यार्थी 1 लाख रूपए नकद 5 ग्राम गोल्ड मेडल, चैम्पियंस ट्रॉफी दी गई। इसके अलावा हर क्लास में रैंक 10 तक रहने वाले विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार, मेडल व चैम्पियन ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया गया। एलन पीएनसीएफ के विद्यार्थियों को 4 लाख के प्रतिभा अवार्ड से नवाजा गया।
प्रेरक बने 13 वर्षीय तिलक


13 वर्ष के आंत्रप्रिन्योर पेपर्स एंड पार्सल्स का फाउंडर तिलक मेहता विद्यार्थियों के आकर्षण रहे। वे फॉर्ब्स सूची में शामिल हैं। तिलक ने कहा कि जिसके पास तकनीक है, सोचने की क्षमता है वो आगे बढ़ने की हिम्मत रखता है। हम नया सोचे और उसे करने में अलग तरीके से जुटें तो दुनिया हमारे साथ होगी। मैंने मुम्बई के डब्बा वालों के साथ मिलकर काम किया और अब मैं अपनी कंपनी पेपर एण्ड पार्सल्स को आगे ले जाना चाहता हूं, वर्ष 2020 में इसका टर्नओवर 100 करोड़ करना चाहता हूं। समारोह की रंगारंग प्रस्तुतियों ने तबला वादक तृप्तराज पांडया ने तबला व बांसुरी वादन ने सबको मुग्ध कर दिया। नन्ही सुपर डांसर रूपसा बताबयाल के नन्हें कदमों की सुरताल पर दर्शक अचंभित होकर उसे निहारते रहे।

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