Tuesday, 3 December, 2024

12वीं बोर्ड परीक्षा का भय खत्म, अब प्रवेश परीक्षाओं की अंतिम तैयारी

न्यूजवेव @कोटा 

सीबीएसई 12वीं बोर्ड के रिजल्ट पर सुप्रीम कोर्ट की मुहर लगने के बाद लाखों विद्यार्थियों में मूल्यांकन को लेकर चल रहा असमंजस दूर हो गया है। सीबीएसई के 13 सदस्यीय पैनल द्वारा 10वीं, 11वीं एवं 12वीं कक्षाओं में 30ः30ः40 प्रतिशत अंकों के आधार पर फार्मूला तैयार किया गया है। 12वीं बोर्ड के रिजल्ट में 12वीं कक्षा से यूनिट टेस्ट, मिड टर्म व प्री-बोर्ड परीक्षा से 40 प्रतिशत अंक जुडेंगे। कक्षा-11वीं के लिये फाइनल परीक्षा से थ्योरी के 30 प्रतिशत प्राप्तांक एवं 10वीं परीक्षा में पांच में से बेस्ट तीन विषयों से 30 प्रतिशत औसत थ्योरी अंक शामिल किये जायेंगे। शिक्षा नगरी के शिक्षाविदों ने सीबीएसई के इस फार्मूले को छात्रहित में बताया है।


सीबीएसई द्वारा तैयार असेसमेंट टेबल के अनुसार, प्रत्येक विद्यार्थी की तीनों कक्षाओं में परफार्मेंस के आधार पर थ्योरी एवं प्रेक्टिकल प्राप्तांकों का उसी अनुपात में आंकिक आधार पर बंटवारा किया गया है। सीबीएसई के अनुसार, देश के सभी संबद्ध स्कूलों को 28 जून तक पंजीकृत विद्यार्थियों के प्रेक्टिकल व असेसमेंट अंकों का ब्योरा सीबीएसई को ऑनलाइन भेजना होगा। 15 जुलाई तक तीनों कक्षाओं के आधार पर विद्यार्थियों के थ्योरी प्राप्तांक बोर्ड को भेजने होंगे। जिससे 31 जुलाई को सीबीएसई द्वारा 12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित कर दिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि 28 देशों में 220 स्कूल भी सीबीएसई से संबद्ध हैं।
अब जेईई-मेन व नीट पर फोकस
‘ई-सरल’ के निदेशक सारांश गुप्ता ने बताया कि सीबीएसई विशेषज्ञ पैनल द्वारा तैयार मूल्यांकन फार्मूला छात्रहित में हैं। कोरोना महामारी के दौरान लंबे समय तक स्कूल में पढ़ाई नहीं होने से सभी विद्यार्थियों ने नियमित ऑनलाइन पढ़ाई की है। इस निर्णय से बोर्ड परीक्षा का असमंजस दूर हो गया है। 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों को शारीरिक व मानसिक राहत मिली है। अब अगले दो माह वे जेईई-मेन, एडवांस्ड एवं नीट प्रवेश परीक्षाओं की अंतिम तैयारी पर ध्यान केंद्रित करेंगे। प्रवेश परीक्षाओं के अच्छा स्कोर प्राप्त करने से उनका चयन अच्छे संस्थानों में हो सकेगा। 12वीं बोर्ड के प्राप्तांकों से उनके कॅरिअर पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पडेगा।
12 लाख विद्यार्थियों का भविष्य तय होगा
सीबीएसई से प्राप्त आंकडों के अनुसार, गत वर्ष 2020 में 12वीं बोर्ड के लिये 12,03,595 विद्यार्थी पंजीकृत हुये थे, जिनमें से 11,92,961 ने परीक्षा दी थी। रिजल्ट में कुल 10,59,080 परीक्षार्थी पास हुये थे। गत वर्ष 12वीं बोर्ड का रिजल्ट 88.78 प्रतिशत रहा था। इसमें 1,57,934 विद्यार्थियों को 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त हुये थे।
1152 पूरक परीक्षार्थियों ने याचिका दायर की
सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता अशोक चौधरी ने देश के 1152 विद्यार्थियों की ओर से एक याचिका दायर की है, जिसमें 10वीं एवं 12वीं बोर्ड की लिखित पूरक परीक्षाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की गई है। विद्यार्थियों का कहना है कि वे साथ ही जेईई-मेन व नीट प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहे हैं, ऐसे में उन्हे भी नियमित विद्यार्थियांे की तरह उचित न्याय प्रदान किया जाये।

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