रेजोनेंस के मोटिवेशनल सेमिनार में हजारों विद्यार्थियों से रूबरू हुये संस्थान के एलुमिनी छात्र शोभित
न्यूजवेव @ कोटा
प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए देशभर में विख्यात रेजोनेंस संस्थान में रविवार को संस्थान के एलुमिनी एवं उभरते डिजिटल व्यक्तित्व शोभित निर्वाण (जिनके यूट्यूब पर लगभग 15 लाख सब्सक्राइबर्स हैं) का लाइव संवाद सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में विभिन्न राज्यों से आये 2000 से अधिक विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों ने उत्साह से भाग लिया।
मुख्य वक्ता शोभित ने अपने विद्यार्थी जीवन के उस समय के अनुभव को साझा किया जब वह रेजोनेंस कोटा में रहकर कोचिंग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बाहर से कोटा आकर एक विद्यार्थी को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को सकारात्मक दृष्टिकोण रखने के लिए प्रेरित किया। यहां संस्थान में व हॉस्टल में पढाई किस रणनीति से करें। एक या दो साल यहां किस तरह के दोस्तों के साथ रहें। पढाई के साथ अपने स्वास्थ्य का कैसे ध्यान रखें। सुबह से रात तक दिनचर्या को कैसे व्यवस्थित रखें। शैड्यूल बनाकर कैसे पढाई करें, जैसे कई महत्वूपर्ण बिंदुओं पर अपने अनुभव साझा किये।
फैकल्टी से सही गाइडेंस ले
शोभित ने कहा कि सबसे जरूरी है प्रत्येक विद्यार्थी कोचिंग संस्थान में प्रत्येक विषय के फैकल्टी के दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करे। अपनी प्रॉब्लम को शेयर कर उनसे सही गाइडेंस ले। विद्यार्थी एक-दो साल कोटा में समर्पित होकर आत्मविश्वास के साथ पढाई करे। अपनी तैयारियों को नई उंचाइयों तक ले जाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि हर विद्यार्थी को अपना 100 प्रतिशत देना चाहिए ताकि आपके प्रयासों में हमेशा सकारात्मकता बनी रहे।
रेजोनेंस के संस्थापक और मैनेजिंग डायरेक्टर आर के वर्मा एवं अन्य मैनेजमेंट सदस्यों ने शोभित का भव्य स्वागत किया। सेशन के मध्य में सभी उपस्थित विद्यार्थियों एवं स्वयं शोभित के विशेष आग्रह पर वर्मा ने एक प्रेरक गीत सुनाकर सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। सेशन में विद्यार्थियों का उत्साह देखने लायक था। लाइव सत्र में कोचिंग विद्यार्थियों ने अपने अनुभवों को साझा किया एवं कई तरह के प्रश्नों एवं जिज्ञासाओं को सबके सामने रखकर उनका समाधान करने का प्रयास किया। अंत में विद्यार्थियों की मांग पर शोभित निर्वाण ने सभी के साथ एक ग्रुप सेल्फी ली। शोभित का गुलदस्ता भेंट करके और शाल ओढ़ाकर अभिवादन किया गया।