सेवानिवृत्त गौरव समारोह : उपराष्ट्रपति़, लोकसभा स्पीकर और केंद्रीय संसदीय मंत्री ने शिक्षकों और सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारियों को किया सम्मानित
न्यूजवेव @ कोटा
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत अमृतकाल में एक बड़े बदलाव की ओर अग्रसर है। आज हम दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। परिवर्तन की इस नींव का पत्थर हमारे देश की सेवानिवृत्त विभूतियों ने रखा है। उन्हीं की मेहनत के कारण यह बदलाव आ रहा है, पूरे देश उन्हें नमन करता है।
मंगलवार को कोटा में आयोजित सेवानिवृत्त गौरव समारोह में मुख्य अतिथी श्री जगदीप धनकड़ ने कहा कि इस अमृतकाल में हम वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इस संकल्प को सिद्धी तक देश के युवा पहुंचाएंगे लेकिन उनके प्रेरणास्त्रोत ये सेवानिवृत्त विभूतियां और शिक्षक ही होंगे। देश के युवा इनसे जितना अधिक सीखेंगे, वह देश के लिए उतना ही अधिक समर्पित होकर कार्य कर पाएंगे। धनखड़ ने कहा कि शिक्षक ही विद्यार्थी की कमजोरी को ताकत में बदलता है। भव्य समारोह में उपराष्ट्रपति श्री धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला एवं केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने शिक्षकों को भी सम्मानित किया।
कर्मयोगी की तरह देश की सेवा – ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने कहा कि आपदा-विपदा हो या नए भारत के निर्माण के लिए खून-पसीना बहाने का समय सेवानिवृत्त विभूतियों ने हमेशा राष्ट्र प्रथम की भावना से देश की सेवा की है। इन्होंनें कर्मयोगी की तरह कठिन परिश्रम, त्याग और समर्पण से राज्य और देश को नए वैभव तक पहुंचाया। आजादी के बाद देश में जब बुनियादी सुविधाओं का अभाव था तब शिक्षकों ने शिक्षा के प्रकाश को गांव-गांव तक पहुंचाया। आज हम इन सेवानिवृत्त विभूतियों और शिक्षकों को प्रणाम कर उनके जीवन से प्रेरणा लें।
केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि शिक्षक ही एक विद्यार्थी को सपने पूरे करने की राह दिखाते हैं। ये सेवानिवृत्त विभूतियां हमारे गुरू के समान हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए भारत-विकसित भारत के निर्माण की संकल्पना देश के सामने रखी है। सेवानिवृत्त विभूतियों के ज्ञान और अनुभव तथा युवा पीढ़ी की नई सोच और नवाचारों के तालमेल से ही हम इसे साकार कर पाएंगे।
कोटा ने देश को एक रत्न दिया है
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ और केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं और श्री ओम बिरला भारत की संसद के गौरव हैं। कोटा की जनता ने देश को एक रत्न दिया है, जिसके कार्यों की गूंज पूरी दुनिया में है। सभी दल उनका बहुत सम्मान करते हैं। वे अमृतकाल में देश के 140 करोड़ लोगों को नेतृत्व कर रहे हैं। संसद के नए भवन के साथ उनका नाम भारत के इतिहास में दर्ज हुआ है। संसदीय कार्य मंत्री जोशाी ने कहा कि भारत के संसदीय इतिहास में हमने ऐसा अध्यक्ष नहीं देखा जिन्होंने बिरला की तरह सबको साथ लेकर कार्यवाही का संचालन किया हो।
श्रीहरि कोटा से सेटेलाइट और कोटा से टेलेंट लांच होता है- जोशी
संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि कोटा से देश का भविष्य संवरता है। श्रीहरिकोटा से हम सेटेलाइट लांच कर रहे हैं, उसी तरह कोटा से जो टैलेंट लांच होता है वह आईआईटी में प्रवेश लेकर देश को रोशन कर रहा है। कोटा की पवित्र धरती को मैं प्रणाम करता हूं। समारोह में बाद उपराष्ट्रपति ने कोटा में कोचिंग विद्यार्थियों से भी संवाद किया।
सेेवानिवृत्त शिक्षकों का हुआ सम्मान
समारोह में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अमृतकाल सेवा अभिनंदन समारोह समिति द्वारा चिन्हित वरिष्ठ शिक्षकों को सम्मानित किया गया। समारोह में कॅरिअर पॉइंट के निदेशक ओम माहेश्वरी ने सबका आभार जताया। वरिष्ठ अध्यापिका चन्द्रकांता गुप्ता, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सीएल पंजाबी, पुरूषोत्तम दयाल व शिवप्रसाद विजय को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।