AICTE ने दी राहत, बीआर्क डिग्री कोर्स के लिए 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स की पढ़ाई अब अनिवार्य नहीं रहेगी
न्यूजवेव @ नईदिल्ली
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने देश में इंजीनियरिंग डिग्री के इच्छुक विद्यार्थियों को बड़ी राहत दी है। AICTE ने घोषणा की कि इस वर्ष 2022-23 से बीआर्क में दाखिले के लिए कक्षा 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स की पढ़ाई करना अनिवार्य नहीं होगा। अर्थात अब ये अनिवार्य विषय नहीं रहेंगे।
AICTE द्वारा 29 मार्च को 2022-23 के लिए जारी अनुमोदन प्रक्रिया पुस्तिका के अनुसार, वास्तुकला या आर्किटेक्चर के स्नातक कोर्सेस में प्रवेश के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित अब अनिवार्य विषय नहीं होंगे। साथ ही, अन्य दो कोर्स फैशन टेक्नोलॉजी और पैकेजिंग टेक्नोलॉजी में भी पीसीएम की अनिवार्यता खत्म कर दी है। तकनीकी शिक्षा नियामक ने गत वर्ष बताया था कि जिन छात्रों ने 12वीं में भौतिकी फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथ्स नहीं पढ़े हैं वे भी इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों में प्रवेश ले सकेंगे।
इनमें से कोई तीन सब्जेक्ट जरूरी
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के अलावा जो विषय तीनों कोर्सेस में प्रवेश के लिए मान्य होंगे, उनमें कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, बायोलॉजी, इंफोर्मेटिक्स प्रैक्टिस, जैव प्रौद्योगिकी, तकनीकी व्यावसायिक विषय, कृषि, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, बिजनेस स्टडी और उद्यमिता आदि शामिल हैं।
कोविड अनाथ बच्चों को पॉलिटेक्निक में अवसर
एआईसीटीई ने निर्णय लिया कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 से सभी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में ‘पीएम केयर्स‘ योजना के तहत कोविड-अनाथ बच्चों के लिए प्रत्येक कोर्स में दो अतिरिक्त सीटें आरक्षित की जाएंगी। ऐसे बच्चे जिन्हें ‘पीएम केयर्स सर्टिफिकेट‘ जारी किया गया है, वे सुपरन्यूमेरी कोटा के तहत पॉलिटेक्निक में प्रवेश के लिए पात्र होंगे। यह योजना 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर लागू होगी। जिन्होंने 3 मार्च, 2020 से और 28 फरवरी, 2022 के बीच कोविड-19 के कारण माता-पिता, जीवित माता-पिता, कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता दोनों को खोया है।